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यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने 25 रुपये बढ़ाया गन्ना मूल्य, विपक्ष ने बताया किसानों के साथ धोखा

भाजपा किसान मोर्चा के किसान सम्मेलन में रविवार को प्रदेशभर से जुटे अन्नदाताओं का यशगान करने के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गन्ना मूल्य 25 रुपये बढ़ाए जाने की अहम घोषणा की। सीएम योगी की इस घोषणा पर विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Mon, 27 Sep 2021 01:09 AM (IST)Updated: Mon, 27 Sep 2021 07:31 AM (IST)
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा।

लखनऊ, जेएनएन। किसानों और सरकार के बीच कड़वाहट पैदा करने की विपक्ष की कोशिशों के बीच उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले गन्ने का दाम बढ़ाकर योगी सरकार ने मिठास बढ़ाने का प्रयास किया है। भाजपा किसान मोर्चा के किसान सम्मेलन में रविवार को प्रदेशभर से जुटे अन्नदाताओं का यशगान करने के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गन्ना मूल्य 25 रुपये बढ़ाए जाने की अहम घोषणा की। सीएम योगी की इस घोषणा पर विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा है।

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समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश ने ट्वीट कर कहा है कि 'पहले किसानों के मान को गिराना...फिर नाम भर को दाम को बढ़ाना...भाजपा का ये चुनावी हथकंडा अब उत्तर प्रदेश में नहीं चलने वाला। भाजपा जाते-जाते गन्ना किसानों के बकाये का ब्याज न सही, मूल ही चुका दे। 2022 में सपा सरकार किसानों का सच्चा मान भी बढ़ाएगी व गन्ने की मिठास और दाम भी।'

कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा ने भी ट्वीट कर सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि 'भाजपा ने उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों के साथ बहुत बड़ा धोखा किया है। 4.5 वर्षों में 35 रुपये की मामूली बढ़ोतरी के बाद अब गन्ना किसानों को मात्र 350 रुपये प्रति क्विंटल देने की घोषणा हुई है, जबकि किसानों की लागत बहुत बढ़ चुकी है। उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों को 400 रुपये प्रति क्विंटल से एक रुपया भी कम नहीं चाहिए।'

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति आभार जताते हुए कहा है कि रिकार्ड गन्ने के भुगतान के साथ अब गन्ना के समर्थन मूल्य में वृद्धि किसानों को समृद्धशाली बनाने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। उन्होंने गन्ना मूल्य वृद्धि को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि पहले दिन से ही भाजपा सरकार की प्राथमिकता में गांव, गरीब व किसान हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में किसानों की हर समस्याओं का समाधान भाजपा सरकार कर रही है।

बता दें कि केंद्र सरकार ने जब से तीन कृषि कानून लागू किए हैं, तभी से इन कानूनों के खिलाफ आंदोलन को विपक्षी दल हवा देने में जुटे हैं। खास तौर पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश इस सियासत का केंद्र रहा, जहां गन्ना किसान बहुतायत में हैं। इस पर लगातार विचार-मंथन कर रही योगी सरकार ने गन्ना मूल्य बढ़ाने की लंबित मांग पूरी करने के लिए सही समय और मौका चुना। रविवार को भाजपा किसान मोर्चा ने राजधानी की वृंदावन योजना स्थित डिफेंस एक्सपो मैदान में किसान सम्मेलन आयोजित किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने गन्ना मूल्य 25 रुपये बढ़ाने की घोषणा की। कहा कि अगेती गन्ने का मूल्य 325 से बढ़ाकर 350 रुपये प्रति क्विंटल, सामान्य गन्ने का मूल्य 315 से बढ़ाकर 340 और अस्वीकृत प्रजाति के गन्ने का दाम 305 से बढ़ाकर 330 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है।

उल्लेखनीय है कि किसान गन्ना मूल्य 400 रुपये क्विंटल करने की मांग कर रहे थे। सीएम योगी ने यह भी दावा किया कि इस मूल्य वृद्धि से किसानों की आय में आठ फीसद की वृद्धि होगी और कुल 45 लाख किसानों को इसका लाभ मिलेगा। इसके अलावा बिजली के बकाया बिल पर ब्याज माफी और जल्द ही एक और लाभकारी योजना लाने की घोषणा कर मुख्यमंत्री ने उनके चेहरे खिलाने की अपनी ओर से भरसक कोशिश की है।


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