UP: आजम के यहां आयकर की छापेमारी पर अखिलेश बोले- सरकार जितनी कमजोर होगी, विपक्ष पर छापे उतने ही बढ़ेंगे
Income Tax Raid On Azam Khan आयकर विभाग ने बुधवार सुबह समाजवादी पार्टी नेता आजम खान से जुड़े कई ठिकानेां पर छापेमारी की। लखनऊ रामपुर मेरठ गाजियाबाद सहारनपुर और सीतापुर में छापेमारी जारी है। आईटी की छापेमारी अल जौहर ट्रस्ट को लेकर है। आयकर अधिकारियों ने बुधवार को उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में कम से कम 30 परिसरों की तलाशी ली।
लखनऊ, जेएनएन। आयकर विभाग कर चोरी की जांच के संबंध में उत्तर प्रदेश के रामपुर में समाजवादी पार्टी नेता आजम खान के परिसरों पर छापेमारी कर रहा है। सीतापुर में रीजेंसी पब्लिक स्कूल और रीजेंसी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी और लखनऊ में एक वकील मुश्ताक अहमद सिद्दीकी के आवास पर भी छापेमारी की जा रही है। अखिलेश यादव ने आयकर की छापेमारी को लेकर कहा कि सरकार जितनी कमजोर होगी, विपक्ष पर छापे उतने बढ़ते जायेंगे।
यह छापेमारी कथित तौर पर अल जौहर ट्रस्ट से जुड़ी हुई है। आजम खान के खिलाफ कर चोरी की जांच के तहत लखनऊ, रामपुर, मेरठ, गाजियाबाद, सहारनपुर और सीतापुर सहित मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में कम से कम 30 ठिकानों की तलाशी ली जा रही है। आजम खान के करीबी सहयोगी समाजवादी पार्टी के विधायक नसीर अहमद खान के घर पर भी छापेमारी चल रही है। विधायक अल जौहर ट्रस्ट में भी पद पर हैं।
आजम खान अल जौहर ट्रस्ट के प्रमुख हैं। ट्रस्ट के 3.24 एकड़ भूखंड का पट्टा इस साल की शुरुआत में उत्तर प्रदेश सरकार ने रद्द कर दिया था। कथित तौर पर यह भूखंड ट्रस्ट को एक शोध संस्थान स्थापित करने के लिए दिया गया था और पट्टे पर 2013-14 में 30 से अधिक वर्षों के लिए 100 रुपये प्रति वर्ष पर हस्ताक्षर किए गए थे। छापेमारी के दौरान आजम खान और उनका परिवार उनके रामपुर स्थित आवास पर मौजूद था। आईटी विभाग के वाहनों का एक काफिला सपा नेता के घर के बाहर खड़ा देखा गया, जिसे केंद्रीय बलों ने घेर रखा है।
आजम खां पर आयकर विभाग की छापेमारी पर क्या बोले BJP MLA आकाश सक्सेना
सपा नेता आजम खान से जुड़ी संपत्तियों पर जारी आयकर विभाग की छापे पर बीजेपी विधायक आकाश सक्सेना ने कहा कि हमने 2021 में सीबीडीटी में शिकायत दर्ज कराई थी कि आजम खान के ट्रस्ट में दिखाया गया दान पूरी तरह से फर्जी है। हमने इसकी जांच की मांग की है। दानदाताओं ने भी... आजम खान ने अपनी यूनिवर्सिटी की लागत कम बताई... हमने मांग की कि मूल्यांकन दोबारा कराया जाए... और नए मूल्यांकन के आधार पर आजम पर टैक्स लगाया जाए।
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