सोनभद्र नरसंहार : कमिश्नर और एडीजी जोन ने शासन को सौंपी रिपोर्ट, बड़े भी नपेंगे
सोनभद्र नरसंहार की जांच रिपोर्ट में पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों और कर्मियों की लापरवाही सामने आई है जिसे सिलसिलेवार बताया गया है।
लखनऊ, जेएनएन। सोनभद्र हत्याकांड में मीरजापुर के कमिश्नर तथा वाराणसी जोन के एडीजी ने अपनी जांच रिपोर्ट शासन को सौंप दी है। रिपोर्ट में राजस्व व पुलिस विभाग के अधिकारियों की भूमिका भी सवालों के घेरे में है। जांच रिपोर्ट का परीक्षण कर उसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष रखा जायेगा। माना जा रहा है कि शुक्रवार को दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोनभद्र की घटना का संज्ञान लेते हुए डीजीपी को इस प्रकरण की व्यक्तिगत रूप से निगरानी करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने मीरजापुर के कमिश्नर और वाराणसी जोन के एडीजी को घटना की जांच सौंपकर 24 घंटे में रिपोर्ट मांगी थी। दोनों अधिकारियों ने गुरुवार रात अपनी रिपोर्ट शासन को सौंप दी। सूत्रों का कहना है कि रिपोर्ट में पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों और कर्मियों की लापरवाही सामने आई है, जिसे सिलसिलेवार बताया गया है।
सोनभद्र में भूमि विवाद में हुई है 10 लोगों की हत्या
सोनभद्र में बुधवार दोपहर वर्षों से विवादित जमीन के मामले में प्रशासन और पुलिस की अनदेखी नरसंहार में तब्दील हो गई। ग्राम पंचायत मूर्तिया के प्रधान यज्ञदत्त भूर्तिया के पक्ष में कब्जे को लेकर घोरावल कोतवाली क्षेत्र के उभ्भा गांव में दो पक्षों के बीच खूनी संघर्ष में 10 लोगों को मौत हो गई। मृतकों में सात पुरुष व तीन महिलाएं शामिल हैं। वहीं गोली लगने, लाठी, डंडा, गड़ासा चलने और पत्थरबाजी में 25 से अधिक लोग जख्मी हो गए।
1955 से चल रहा मामला
ग्रामीणों का कहना है कि उभ्भा गांव की इस जमीन का विवाद 1955 से चल रहा है। यह जमीन एक सेवानिवृत्त आइएएस प्रभात कुमार मिश्रा की रही। इसमें कुछ जमीन एक ट्रस्ट की भी है। जमीन पर कई साल से गांव की गोड़ जाति के लोगों का कब्जा है। सेवानिवृत्त आइएएस जब उक्त जमीन को कब्जा नहीं कर सके तो मूर्तिया के प्रधान को भूमि औने-पौने दाम में बेच दी। इसी जमीन पर कब्जा करने की कोशिश में लोगों की हत्या हुई है।
मुख्य आरोपित ग्राम प्रधान सहित 27 गिरफ्तार
सोनभद्र के उभ्भा गांव में बुधवार को हुए नरसंहार के मुख्य आरोपित ग्राम प्रधान यज्ञदत्त, उसके भाई धर्मेंद्र व भदोही के स्टेशन मास्टर कोमल सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। कोमल की गिरफ्तारी बनारस स्टेशन से हुई है। इनके अलावा 24 अन्य लोग भी पकड़े गए हैैं। पुलिस ने मामले में 28 नामजद व 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। छापे में दो असलहे भी बरामद हुए हैं।