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    यूपी के सरकारी स्कूलों में मार्च तक विकसित होंगे न्यूट्रीशन गार्डन, बढ़ेगी बच्चों के भोजन की पौष्टिकता

    Updated: Thu, 06 Nov 2025 05:30 AM (IST)

    उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों में मार्च तक पोषण वाटिकाएँ विकसित की जाएँगी। इस पहल का मुख्य उद्देश्य बच्चों के भोजन में पौष्टिकता बढ़ाना है। इन वाटिकाओं से प्राप्त फल और सब्जियाँ बच्चों के आहार में शामिल की जाएँगी, जिससे उनके स्वास्थ्य और पोषण स्तर में सुधार होगा। शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों को मार्च तक यह लक्ष्य पूरा करने का निर्देश दिया है।

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    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। प्रदेश के सभी परिषदीय और अशासकीय सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूलों में बच्चों के मिड डे मील में ताजी और पौष्टिक सब्जियां शामिल की जाएंगी। इसके लिए स्कूलों में किचन गार्डन (स्कूल न्यूट्रीशन गार्डन) विकसित किए जा रहे हैं। पीएम पोषण योजना से जुड़ी इस पहल के तहत मार्च 2026 तक 1,41,832 विद्यालयों में ये गार्डन तैयार किए जाने हैं।

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    प्रदेश में 1,324 स्कूल ऐसे हैं, जहां पर्याप्त जगह होने के कारण पारंपरिक किचन गार्डन बनाए जा रहे हैं। इन स्कूलों को इसके लिए पांच हजार रुपये प्रति गार्डन की दर से 66.20 लाख रुपये की धनराशि दी गई है।

    वहीं, जिन 62,347 स्कूलों में जगह कम है, वहां पाली, ग्रो बैग, मटके, बोरे, जूट के थैले या गमलों में छोटे आकार के गार्डन तैयार होंगे। इसके लिए दो हजार रुपये प्रति गार्डन की दर से 1,246 लाख रुपये का बजट स्वीकृत हुआ है। इससे हर विद्यालय में 10 से 15 गमले रखे जाएंगे, जिनमें मौसमी और हरी पत्तेदार सब्जियां उगाई जाएंगी।

    इनसे तैयार सब्जियां बच्चों के भोजन में इस्तेमाल होंगी, ताकि उनके मिड डे मील की पौष्टिकता बढ़ाई जा सके। अशासकीय सहायता प्राप्त 7,933 जूनियर हाईस्कूलों में भी किचन गार्डन बनाए जाएंगे, लेकिन इनकी व्यवस्था कन्वर्जेंस माडल से होगी।

    यानी यहां अन्य सरकारी योजनाओं, स्वयंसेवी संस्थाओं और स्थानीय समुदाय के सहयोग से ये गार्डन विकसित किए जाएंगे। अपर मुख्य सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने सभी जिलों को तीन महीने में किचन गार्डन तैयार करने का निर्देश दिया है।

    जिन स्कूलों में गार्डन बनेंगे, उन्हें जिलाधिकारी से हस्ताक्षरित उपयोग प्रमाणपत्र उपलब्ध कराना होगा। इस योजना से न केवल बच्चों को पौष्टिक भोजन मिलेगा, बल्कि छात्रों में पर्यावरण, खेती और स्वावलंबन के प्रति रुचि भी बढ़ेगी।