Health News: टेलीमेडिसिन की मदद से इलाज कराने वालों की संख्या UP में ढाई गुना बढ़ी, अब सेवा का होगा विस्तार
UP Health News उत्तर प्रदेश में वर्ष 2019-20 में 1.83 लाख लोग टेलीमेडिसिन सेवा का लाभ ले रहे थे। वर्ष 2020-21 में टेलीमेडिसिन की मदद से इलाज कराने वाल ...और पढ़ें

UP Latest News: लखनऊ, राज्य ब्यूरो। टेलीमेडिसिन (Telemedicine) की मदद से उत्तर प्रदेश के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे लोग भी बड़े चिकित्सीय संस्थानों के डाक्टरों से आसानी से चिकित्सीय परामर्श (Medical Consultation) ले रहे हैं। बीते तीन वर्षों में टेलीमेडिसिन की मदद से इलाज कराने वाले मरीजों की संख्या करीब ढाई गुणा तक बढ़ गई है। अभी 250 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (CHC) की मदद से इस सुविधा का लाभ लोगों को दिया जा रहा है। आगे इस सेवा का चरणबद्ध ढंग से विस्तार किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश में वर्ष 2019-20 में 1.83 लाख लोग टेलीमेडिसिन सेवा का लाभ ले रहे थे। वर्ष 2020-21 में टेलीमेडिसिन की मदद से इलाज कराने वालों की संख्या बढ़कर 3.38 लाख हो गई और वर्ष 2021-22 में मरीजों का यह आंकड़ा बढ़कर 4.46 लाख हो गया। यानी ढाई गुना मरीजों की बढ़ोतरी तीन वर्षों में हुई।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर वीडियो कांफ्रेंसिंग की मदद से मरीज विशेषज्ञ डाक्टरों से चिकित्सीय परामर्श लेते हैं। डाक्टर द्वारा लिखी जाने वाली जांच रिपोर्ट उन्हें दिखाई जाती है और उसके बाद वह दवा लिखते हैं। इसके साथ-साथ टेली रेडियोलाजी की सुविधा भी 361 सीएचसी पर दी जा रही है।
टेली रेडियोलाजी की मदद से एक्स-रे व सीटी स्कैन आदि अस्पताल में दक्ष टेक्नीशियन की देखरेख में किया जाता है और उसका ब्योरा आनलाइन रेडियोलाजिस्ट को भेजा जाता है। सिर्फ 20 मिनट के अंदर ही विशेषज्ञों द्वारा उसकी रिपोर्ट भेज दी जाती है। अभी सीएचसी के साथ-साथ कुछ पीएचसी पर भी यह सेवा दी जा रही है।
प्रदेश में कुल 943 सीएचसी हैं और उसमें चरणबद्ध ढंग से टेलीमेडिसिन की सुविधा बढ़ाई जाएगी। जल्द 100 सीएचसी पर इसका विस्तार होगा। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक मरीजों को लगातार बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने पर जोर दे रहे हैं। टेलीमेडिसिन की सुविधा का विस्तार प्राथमिकता पर किया जाएगा।

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