Lucknow News: अब रोबोटिक ट्रैस नाव से प्रदूषण मुक्त होगी गोमती, एक घंटे में दो क्विंटल कचरा करेगी बाहर
Lucknow Latest News रोबोटिक ट्रैस नाव में लगी छोटी जाली नदी के छोटे से छोटे कचरे को बाहर करने में सक्षम है। पालीथिन से लेकर फूलों तक को यह बाहर कर देती है। सतह पर किसी भी प्रकार का कचरा नदी में दिखाई नहीं पड़ेगा।

लखनऊ, [जितेंद्र उपाध्याय]। नदियों को स्वच्छ और निर्मल बनाने की पहल में एक और नया अध्याय जुड़ने जा रहा है। बड़ेेे कचरे के साथ माइक्रो कचरे को नदी से बाहर निकालने के लिए एक ऐसी नाव बनाई गई है जो बिना प्रदूषण के हर घंटे दो क्वींटल कचरा नदी के बाहर कर देगी। आइआइटी कानपुर के विशेषज्ञों की ओर से तैयार इस नाव का गोमती नदी के लक्ष्मण मेला घाट पर परीक्षण चल रहा है। अपनी तरह की इस अनोखी डिवाइस को बनाने वाली टीम के सदस्य धीरेंद्र सिंह ने बताया कि कई वर्षों की मेहनत व शोध के बाद इसका अब परीक्षण चल रहा है। 90 दिनों का परीक्षण पूरा होने के साथ ही इसे नगर निगम को दिया जाएगा।
एक व्यक्ति कर सकता है कंट्रोलः रोबोटिक ट्रैस बोट के नाम से बनी इस नाव को एक व्यक्ति नदी के किनारे बैठकर कंट्रोल कर सकता है। यही नहीं इसमे लगा सेंसर दो क्वींंटल कचरे के बाद नाव को किनारे अपने आप ले आता है जहां व्यक्ति कचरे को बाहर निकाल सकता है। कचरा निकलते ही नाव फिर अपने काम पर लग जाती है। जब तक धूप रहेगी यह नाव अपन काम करती रहती है।
नाव में लगी जाली से निकलता है छोटा कचराः धीरेंद्र सिंह का कहना है कि नाव में लगी छोटी जाली नदी के छोटे से छोटे कचरे को बाहर करने में सक्षम है। पालीथिन से लेकर फूलों तक को यह बाहर कर देती है। सतह पर किसी भी प्रकार का कचरा नदी में दिखाई नहीं पड़ेगा। पक्का पुल से निशातगंज पुल तक तीन से चार नाव लगा दी जाय तो शहर में गोमती स्वच्छ और निर्मल दिखेगी।
जल को पहचानने की क्षमताः नाव जिस पानी में एक बार चलेगी और फिर उसे कोई उठाकर दूसरी नदी या पानी में ले जाएगा तो वह नाव नहीं चलेगी। पानी को पहचानने और खुद को उसके अनुसार ढालने की क्षमता इस नाव को खास बनाती है। कोई उसे टच करता है तो कंट्रोलर के पास अलर्ट मैसेज आ जाता है।
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