Lucknow University में अब आनलाइन जमा हो सकेगी हास्टल की फीस, कुलपति ने लान्च किया Hostel Management System
लखनऊ विश्वविद्यालय ने शनिवार को हास्टल मैनेजमेंट सिस्टम लांच कर दिया। अब हास्टल की फीस से लेकर सभी जानकारी आनलाइन मिल जाया करेगी। पोर्टल सिस्टम पंजीकरण प्रक्रिया के दौरान छात्रों की जानकारी एकत्र करेगा और छात्रों को छात्रावास चुनने के लिए सारी जानकारी प्रदान करेगा।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। लखनऊ विश्वविद्यालय में अब हास्टल की फीस जमा करने से लेकर पूरी प्रक्रिया आनलाइन होगी। मैत्री भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए छात्रावास से संबंधित प्रक्रिया को सुचारू और मजबूत करने के लिए छात्रावास प्रबंधन सेवाओं का शुभारंभ किया। उन्होंने डिजिटलाइजेशन और तकनीक के माध्यम से छात्रों के जीवन में सुधार और बदलाव लाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
इस दौरान उन्होंने कहा कि छात्रावास प्रबंधन सभी संस्थानों में एक आवश्यक विशेषता बन चुकी है क्योंकि इसमें संपूर्ण आवासीय सुविधा के कई पहलुओं का कुशलता पूर्वक प्रबंधन और मैनुअल काम को कम करना शामिल रहता है। लखनऊ विश्वविद्यालय में यह पहली बार है कि छात्रों को आसानी से पंजीकरण करने और छात्रावास की सुविधाओं के बेहतर ढंग से उपयोग करने में मदद करने के लिए इस आनलाईन पोर्टल को बनाया गया है।
ये होगी सुविधा : अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. पूनम टंडन ने बताया कि छात्रावास प्रबंधन प्रणाली, छात्रावासों की सूची, छात्रावासों के लिए चयन करने वाले छात्रों, शुल्क संग्रह, कमरे के आवंटन, और तथा अन्य संबंधित जानकारियों के बारे में विभिन्न विवरणों के प्रबंधन के लिए विकसित किया गया है। पोर्टल सिस्टम पंजीकरण प्रक्रिया के दौरान छात्रों की जानकारी एकत्र करेगा और छात्रों को छात्रावास चुनने के लिए सारी जानकारी प्रदान करेगा।
इसके अलावा आवंटन के दौरान, आनलाइन प्रणाली प्रत्येक छात्र के लिए छात्रावास, कमरा संख्या, प्रोवोस्ट का नाम और शुल्क का विवरण प्रदान करेगी जहां वे प्रक्रिया के लिए अपनी प्राथमिकताएं दे सकेंगे। कुल मिलाकर एचएमएस छात्रावास प्रबंधन इस पोर्टल के माध्यम से छात्रावास सुविधा का उपयोग करने वाले सभी छात्रों का संगठित रिकार्ड रखने में मदद करेगा। एचएमएस पोर्टल लांचिंग के इस अवसर पर कुलसचिव डा. संजय मेधावी, कुलानुशासक प्रो. राकेश द्विवेदी, अपर अधिष्ठाता छात्र कल्याण और प्रोवोस्ट आदि भी उपस्थित रहे।
हास्टल की जारी होगी आवंटन मेरिट : प्रो. पूनम टंडन ने बताया कि कुलपति प्रोफेसर राय ने हमेशा डिजिटल तकनीक के उपयोग पर जोर दिया है ताकि कार्यालय प्रशासन में दक्षता और पारदर्शिता बढ़ाई जा सके। एचएमएस पोर्टल शुरू होने के बाद आवेदकों को मेरिट के आधार पर छात्रावास की सीटें आवंटित की जाएंगी (रैंक/प्रतिशत) अधिकतम शैक्षणिक विषयों को प्रतिनिधित्व देते हुए सभी जानकारी अब उपलब्ध होगी, जबकि पूर्व में यह प्रक्रिया हार्ड कापी फार्म एवं फीस विश्वविद्यालय काउंटर से मैनुअल प्रणाली के द्वारा जमा की जाती थी।
17 हास्टल में 2500 सीटें : लवि के दोनों परिसरों के लिए विश्वविद्यालय में सत्रह हाल (अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के लिए एक सहित 10 लड़कों के लिए और लड़कियों के लिए 7) में लगभग 2500 सीटें हैं। प्रत्येक छात्रावास अभिरक्षक, अतिरिक्त मुख्य अभिरक्षक (छात्र एवं छात्राऐं), मुख्य अभिरक्षक और अधिष्ठाता छात्र कल्याण के माध्यम से संचालित किया जाता है।
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