NIRF 2025: राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने एनआइआरएफ में आए उत्तर प्रदेश के संस्थानों को दी बधाई
UP Institutions in NIRF 2025 राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि यह रैंकिंग प्रदेश के उच्च शिक्षा संस्थानों की निरंतर प्रगति का प्रतीक है। उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले समय में यूपी के विश्वविद्यालय राष्ट्रीय ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी शिक्षा शोध और नवाचार के केंद्र बनेंगे।

राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ: उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालयों ने नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआइआरएफ)–2025 में शानदार प्रदर्शन किया है। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल और कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने इस उपलब्धि पर कुलपतियों, शिक्षकों और विद्यार्थियों को बधाई दी है। राज्यपाल ने सभी को अपने संदेश में कहा कि यह सफलता प्रदेश की शैक्षणिक गुणवत्ता, शोध और विद्यार्थियों की मेहनत का परिणाम है।
अखिल भारतीय विश्वविद्यालय रैंकिंग में मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, गोरखपुर को 68वां, लखनऊ विश्वविद्यालय को 98वां और डीडीयू गोरखपुर विश्वविद्यालय को 151 से 200 बैंड में स्थान मिला।
राज्य विश्वविद्यालय श्रेणी में एमएमएमयूटी गोरखपुर को 23वां, लखनऊ विश्वविद्यालय को 27वां, किंग जार्ज मेडिकल विश्वविद्यालय लखनऊ को 29वां और चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ को 41वां स्थान प्राप्त हुआ, जबकि हरकोर्ट बटलर प्राविधिक विश्वविद्यालय कानपुर, डीडीयू गोरखपुर विश्वविद्यालय और डा. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा 51 से 100 बैंड में शामिल हुए।
प्राविधिक श्रेणी में एमएमएमयूटी गोरखपुर को 60वां और एचबीटीयू कानपुर को 201 से 300 बैंड में स्थान मिला। मैनेजमेंट श्रेणी में एमएमएमयूटी गोरखपुर 83वें और लखनऊ विश्वविद्यालय 100वें स्थान पर रहा। आर्किटेक्चर श्रेणी में एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय, लखनऊ की फैकल्टी आफ आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग को 39वां स्थान मिला।
ओवरआल श्रेणी में केजीएमयू लखनऊ को 83वां और एमएमएमयूटी गोरखपुर को 99वां स्थान प्राप्त हुआ। विधि श्रेणी में लखनऊ विश्वविद्यालय 29वें स्थान पर रहा। चिकित्सा विश्वविद्यालय श्रेणी में एसजीपीजीआई लखनऊ को 5वां और केजीएमयू को 8वां स्थान मिला।
फार्मेसी श्रेणी में बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी को 68वां व महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखंड विश्वविद्यालय बरेली को 86वां स्थान हासिल हुआ। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि यह रैंकिंग प्रदेश के उच्च शिक्षा संस्थानों की निरंतर प्रगति का प्रतीक है। उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले समय में यूपी के विश्वविद्यालय राष्ट्रीय ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी शिक्षा, शोध और नवाचार के केंद्र बनेंगे।
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