सीएम योगी के विजन से मिली नई उड़ान, निधि योजना से 25 महिला स्टार्टअप्स को मिली सीधी मदद
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में, उत्तर प्रदेश अपनी 'उद्यम शक्ति' के लिए पहचाना जा रहा है। केंद्र सरकार की निधि योजना से राज्य की महिलाओं को ...और पढ़ें

उत्तर प्रदेश में महिला उद्यमिता को मिला रहा मजबूत आधार
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश अब केवल अपनी श्रम शक्ति के लिए नहीं, बल्कि अपनी 'उद्यम शक्ति' के लिए दुनिया भर में पहचाना जा रहा है। पिछले साढ़े आठ वर्षों में प्रदेश में कानून-व्यवस्था के साथ-साथ नवाचार (Innovation) और आत्मनिर्भरता का जो ढांचा तैयार हुआ है, उसने राज्य की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने का काम किया है। इस विजन को धरातल पर उतारने में केंद्र सरकार की 'निधि योजना' (NIDHI Scheme) एक महत्वपूर्ण आधार स्तंभ बनकर उभरी है।
ग्लोबल बेंचमार्क की ओर बढ़ता उत्तर प्रदेश
योगी सरकार का लक्ष्य स्पष्ट है—उत्तर प्रदेश को विज्ञान और प्रौद्योगिकी आधारित स्टार्टअप्स का केंद्र बनाना। निधि कार्यक्रम, जिसे 2016 में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा शुरू किया गया था, अब उत्तर प्रदेश में रंग ला रहा है। आंकड़ों के अनुसार, देश भर में कुल 714 महिला नेतृत्व वाले स्टार्टअप्स को सहायता प्रदान की गई है, जिनमें से उत्तर प्रदेश के 25 महिला स्टार्टअप्स ने अपनी मजबूत धाक जमाई है। यह सफलता दर्शाती है कि प्रदेश की महिलाएं अब रोजगार मांगने वाली नहीं, बल्कि रोजगार देने वाली 'जॉब क्रिएटर' बन रही हैं।
इन्क्यूबेटर्स: महिला उद्यमियों का नया सुरक्षा कवच
प्रदेश में नवाचार को गति देने के लिए निधि प्रौद्योगिकी व्यापार इनक्यूबेटर (TBI) और समावेशी प्रौद्योगिकी व्यापार इनक्यूबेटर (i-TBI) की स्थापना मील का पत्थर साबित हुई है।
नेटवर्क: उत्तर प्रदेश में वर्तमान में 7 प्रमुख TBI और i-TBI कार्य कर रहे हैं।
सुविधाएं: ये केंद्र महिला उद्यमियों को केवल वित्तीय सहायता ही नहीं, बल्कि व्यावसायिक रणनीति, बौद्धिक संपदा अधिकार (IPR) और कानूनी परामर्श जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में मार्गदर्शन दे रहे हैं।
प्रभाव: योगी सरकार की प्रभावी स्टार्टअप नीति के कारण छोटे शहरों की महिलाओं में भी तकनीकी उद्यम शुरू करने का आत्मविश्वास जागा है।
टियर-2 और टियर-3 शहरों में स्टार्टअप क्रांति
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 'विकेंद्रीकृत विकास' के विजन के कारण उद्यमिता अब केवल लखनऊ या नोएडा जैसे बड़े शहरों तक सीमित नहीं है। निधि योजना का विस्तार अब टियर-2 और टियर-3 शहरों में तेजी से हो रहा है।
हमारी सरकार का प्रयास है कि प्रदेश का हर जिला अपनी एक विशिष्ट पहचान के साथ उद्यमिता के मानचित्र पर उभरे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
इन छोटे शहरों में स्थानीय महिलाओं को प्रशिक्षण और संसाधन मिलने से न केवल पलायन रुका है, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी नई मजबूती मिली है। 2023 से 2026 के बीच सहायता प्राप्त स्टार्टअप्स की बढ़ती संख्या इस बात का प्रमाण है कि उत्तर प्रदेश में स्टार्टअप इकोसिस्टम अब अपने स्वर्णिम युग की ओर अग्रसर है।

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