एनआइए यूपी में कई और संदिग्ध आतंकियों की कर रही पड़ताल, टेरर फंडिंग मामले में कई संदिग्धों की हो रही तलाश
एनआइए ने देवबंद के इमलिया गांव में मौलाना कासिम से भी लंबी पूछताछ की थी। जांच में यह भी सामने आया है कि जेएमबी के सदस्यों ने यूपी के अलावा मध्य प्रदेश बिहार त्रिपुरा पश्चिम बंगाल व असम सहित अन्य राज्यों में भी अपने ठिकाने बनाए हैं।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (जेएमबी) की उत्तर प्रदेश में गहराती जड़ों को खंगाल रही है। एनआइए ने भोपाल के जेएमबी टेरर फंडिंग मामले में बुधवार को मुजफ्फरनगर व देवबंद (सहारनपुर) में छापेमारी के बाद कुछ अन्य संदिग्धों की तलाश तेज की है। यूपी के दो शहरों में हुई छापेमारी के दाैरान जांच एजेंसी के हाथ कई अहम जानकारियां लगी हैं। मामले में भोपाल में पकड़े गए 10 आरोपितों से पूछताछ में उनके यूपी कनेक्शन सामने आए थे।
एनआइए अधिकारियों के अनुसार भोपाल में पकड़े गए दस आरोपियों में छह बांग्लादेशी नागरिक शामिल हैं, जो जेएमबी के सक्रिय सदस्य हैं। सभी घुसपैठ कर भारत आए थे और यहां स्थानीय मददगारों के माध्यम से अपने फर्जी भारतीय पहचान पत्र हासिल किए थे।
इनके मददगारों की तलाश में ही बुधवार को मुजफ्फरनगर और देवबंद में संदिग्धों के ठिकानों पर छापे मारे गए थे, जिनके कब्जे से कई इलेक्ट्रानिक उपकरण, मोबाइल, सिम बैंक पासबुक व पहचान पत्र बरामद हुए हैं। इनके कब्जे से जेएमबी के सदस्यों को भेजी गई रकम से जुड़े दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं।
सूत्रों का कहना है कि एनआइए ने देवबंद के इमलिया गांव में मौलाना कासिम से भी लंबी पूछताछ की थी। जांच में यह भी सामने आया है कि जेएमबी के सदस्यों ने यूपी के अलावा मध्य प्रदेश, बिहार, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल व असम सहित अन्य राज्यों में भी अपने ठिकाने बनाए हैं।
एनआइए ने बीते वर्ष भोपाल में छापे मारकर जेएमबी के छह सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार किया था। जिनके पास से जिहादी साहित्य, कट्टरपंथ से जुड़े दस्तावेज व वीडियाे समेत अन्य ससमग्री मिली थी। इस मामले में एनआइए ने बाद में चार अन्य आरोपितों को भी पकड़ा था।
इससे पूर्व एटीएस ने भी बीते दिनों अलकायदा बर्र-ए-सगीर तथा उसके सहयोगी संगठन जेएमबी से जुड़े आतंकियों को गिरफ्तार था। तब पकड़े गए हरिद्वार (उत्तराखंड) निवासी आतंकी मुदस्सिर से पूछताछ में सामने आए तथ्यों के आधार पर सहारनपुर निवासी अजहरुद्दीन को गिरफ्तार किया गया था। सामने आया था कि अजहरूद्दीन देश में जिहाद फैलाने व नवयुवकों को जेएमबी से जोड़ने का काम कर रहा था। इससे पूर्व भी एटीएस ने जेएमबी से आतंकियों को गिरफ्तार किया था।