Nepal Gen Z Protest: नेपाल हिंसा के दौरान शिक्षक ने चुराया 500 रुपये का आइसक्रीम, निलंबित हुए
नेपाल में हिंसा के दौरान लूटपाट करने वालों की पहचान की जा रही है। एक शिक्षक को आइसक्रीम चुराने पर नौकरी से निकाला गया। जेल से भागे कैदियों के भारतीय क्षेत्र में घुसने की आशंका से सीमा पर निगरानी बढ़ाई गई है। एसएसबी पीएसी और पुलिस जवान सीमावर्ती इलाकों में सतर्क हैं और सीसीटीवी से उपद्रवियों की पहचान की जा रही है।

जागरण संवाददाता, लखनऊ। नेपाल की अंतरिम सरकार हिंसा के दौरान लूटपाट व चोरी की घटनाओं को अंजाम देने वालों की पहचान में जुट गई है। एक मामले में आइसक्रीम का डिब्बा चोरी करने वाले शिक्षक को सेवामुक्त कर दिया गया है, जबकि अन्य लोगों से लूटा गया सामान संबंधित को वापस करने की अपील की जा रही है।
जनांदोलन के दौरान जेल तोड़कर फरार होने वालों की तलाश भी शुरू हो गई है। इनके भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की आशंका में सीमावर्ती जिलों कड़ी निगरानी हो रही है। बहराइच, श्रावस्ती तथा बलरामपुर में नेपाल सीमा से सटे इलाके पर एसएसबी, पीएसी व पुलिस जवान अलर्ट मोड में हैं।
हर आने-जाने वालों पर पैनी नजर रखते हुए पहचान पत्र देखने के बाद की भारतीय क्षेत्र में प्रवेश दिया जा रहा है। पगडंडी रास्तों पर भी निगरानी बढ़ाई गई है। नेपाल पुलिस सीसी टीवी कैमरों की फुटेज के माध्यम से उपद्रवियों की पहचान कर रही है।
इसी क्रम में कालिका मानव ज्ञान माध्यमिक विद्यालय बुटवल में तैनात शिक्षक शिवशंकर शुक्ल को भी चिह्नित किया गया। वह 500 रुपये के आइसक्रीम का बाक्स चोरी कर घर ले गए थे। उनका कृत्य जेन-जी आंदोलन के दौरान अनुचित पाए जाने पर विद्यालय प्रबंधन ने सेवामुक्त कर दिया है।
हिंसा के दौरान नेपाल की जेलों से करीब सात हजार कैदी फरार हो गए थे। कई जिलों की खुली सीमा होने के कारण फरार कैदी भारतीय क्षेत्र में प्रवेश कर सकते हैं। इसी आशंका में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जवानों को अलर्ट कर दिया गया है।
सीमा पार कर आने-जाने वाले लोगों पर एसएसबी व पीएसी जवानों की पैनी नजर है। भारतीय क्षेत्र में जंगल से आने वाले पगडंडी रास्तों पर विशेष निगरानी की जा रही है। ककरदरी जंगल व सोहेलवा जंगल में एसएसबी, पुलिस व पीएसी जवान गश्त कर रहे हैं।
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