उत्तर प्रदेश डीजीपी की बड़ी कार्रवाई! आईपीएस अधिकारी आनंद कुमार को किया सस्पेंड, जानें क्या है मामला
गोरखपुर में 26वीं बटालियन पीएसी में प्रशिक्षणरत महिला आरक्षियों की सुविधाओं में कमी को लेकर शासन ने सख्ती दिखाई है। डीजीपी राजीव कृष्ण की रिपोर्ट के आधार पर कमांडेंट आनंद कुमार को निलंबित कर दिया गया है क्योंकि वे पर्यवेक्षण में ढिलाई बरतते पाए गए। इसके साथ ही प्लाटून कमांडर संजय राय को भी महिला प्रशिक्षुओं की समस्याओं का समाधान समय पर न करने के कारण निलंबित किया गया है।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। शासन ने गोरखपुर स्थित 26वीं बटालियन पीएसी में आधारभूत प्रशिक्षण ले रहीं नवनियुक्ति महिला आरक्षियों की सुवधिाओं की अनदेखी के मामले को बेहद गंभीरता से लिया है। महिला आरक्षियों ने प्रशिक्षण केंद्र में मूलभूत सुविधाएं प्रदान न किए जाने के आरोप लगाए हैं।
डीजीपी राजीव कृष्ण की रिपोर्ट पर शासन ने 26वीं बटालियन पीएसी के कमांडेंट आनंद कुमार को निलंबित कर दिया। वह शिथिल पर्यवेक्षण व उत्तरदायित्व के निर्वहन में शिथिलता के दोषी पाए गए हैं।
डीजीपी ने उनके विरुद्ध कार्रवाई की संस्तुति की थी। इसके अलावा प्लाटून कमांडर व आरटीसी (रिक्रूट ट्रेनिंग सेंटर) के प्रभारी संजय राय को महिला प्रशिक्षुओं की समस्या का समय से निराकरण न करने पर निलंबित किया गया है।
आरक्षी नागरिक पुलिस के 60,244 पदों पर भर्ती हुई थी। इनमें 3,568 सफल अभ्यर्थी जिलों में हुए प्रशिक्षण में शालिम नहीं हुए थे, जिन्हें आधारभूत प्रशिक्षण का मौका नहीं दिया गया।
आरक्षी नागरिक पुलिस के पद पर चयनित 56,676 आरक्षियों को नौ माह के आधारभूत प्रशिक्षण के लिए अलग-अलग केंद्रों पर भेजा गया है। इनमें 45,055 पुरुष व 11,621 महिला रिक्रूट शामिल हैं, जबकि मृतक आश्रित श्रेणी में भर्ती हुए 445 अभ्यर्थियों (284 पुरुष व 161 महिला) का भी आधारभूत प्रशिक्षण कराया जा रहा है।
10 प्रशिक्षण संस्थानों व 102 जिला व पीएसी रीजनल ट्रेनिंग सेंटर में कुल 57,121 नवनियुक्त आरक्षियों का आधारभूत प्रशिक्षण चल रहा है। डीजीपी राजीव कृष्ण ने सभी प्रशिक्षण केंद्रों में प्रशिक्षुओं की सुविधाओं को लेकर भी विस्तृत निर्देश जारी किए थे।
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