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    NDA या I.N.D.I.A. किस ओर है यूपी के कर्मचारी वर्ग का झुकाव? पोस्टल-बैलेट के वोटों ने कर दिया क्लियर

    Updated: Sat, 08 Jun 2024 07:47 AM (IST)

    लोकसभा चुनाव में पोस्टल-बैलेट से डाले गए वोटों में भाजपा गठबंधन यानी एनडीए 47 सीटों पर पिछड़ गया। यहां विपक्षी गठबंधन आइएनडीआइए आगे रहा। पोस्टल-बैलेट से अधिक मत पाने के बाद भी कई प्रत्याशी हार गए लेकिन इससे कर्मचारी वर्ग का झुकाव किस तरफ अधिक रहा इसका तो अंदाजा लग ही गया। पोस्टल-बैलेट में एनडीए गठबंधन 33 सीटों पर ही आगे रहा।

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    NDA या I.N.D.I.A. किस ओर है यूपी के कर्मचारी वर्ग का झुकाव?

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। लोकसभा चुनाव में पोस्टल-बैलेट से डाले गए वोटों में भाजपा गठबंधन यानी एनडीए 47 सीटों पर पिछड़ गया। यहां विपक्षी गठबंधन आइएनडीआइए आगे रहा। पोस्टल-बैलेट से अधिक मत पाने के बाद भी कई प्रत्याशी हार गए, लेकिन इससे कर्मचारी वर्ग का झुकाव किस तरफ अधिक रहा इसका तो अंदाजा लग ही गया। पोस्टल-बैलेट में एनडीए गठबंधन 33 सीटों पर ही आगे रहा।

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    पोस्टल-बैलेट से कुल 2,36,508 वोट पड़े। इसमें सर्विस वोटर के साथ-साथ दिव्यांग व 85 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग भी शामिल हैं। पोस्टल बैलेट से सर्वाधिक 7,135 वोट अकबरपुर लोकसभा क्षेत्र में पड़े। यहां से विजयी हुए भाजपा के देवेन्द्र प्रताप सिंह भोले को 3,167 और सपा के राजाराम पाल को इनसे अधिक 3,312 वोट मिले। बाकी अन्य दलों व निर्दलीय प्रत्याशियों को वोट मिले।

    भले ही देवेन्द्र प्रताप सिंह भोले चुनाव जीत गए, लेकिन कर्मचारियों को रिझाने में चूक गए। आजमगढ़ में इसके माध्यम से 5,572 वोट पड़े। विजेता रहे सपा के धर्मेन्द्र यादव को 3,402 और भाजपा के दिनेश लाल निरहुआ को 1,479 वोट मिले। बहराइच में सबसे कम 387 वोट ही पोस्टल बैलेट के माध्यम से पड़े। यहां विजेता भाजपा के आनंद कुमार को 227 व सपा के रमेश चंद्र को 121 वोट मिले।

    श्रावस्ती लोकसभा क्षेत्र में कितने वोट?

    श्रावस्ती लोकसभा क्षेत्र में पोस्टल बैलेट से 526 वोट ही पड़े। यहां सपा के राम शिरोमणि वर्मा चुनाव जीते और पोस्टल बैलेट में भी सर्वाधिक 301 वोट पाए। पोस्टल बैलेट के कुल 2,36,508 वोट में से 1,08252 आइएनडीआइए और 1,03730 एनडीए गठबंधन को मिले हैं। बाकी वोट अन्य पार्टियों व निर्दलीय प्रत्याशियों के खाते में गए हैं। विपक्षी आइएनडीआइए गठबंधन को 4,522 ज्यादा वोट मिले हैं।

    नेशनल मूवमेंट फार ओल्ड पेंशन स्कीम (एनएमओपीएस) के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु कहते हैं कि कर्मचारी व शिक्षकों के लिए सबसे बड़ा मुद्दा पुरानी पेंशन स्कीम बहाल कराना है। हम इसके लिए लगातार संघर्षरत हैं और सरकार से हक पाकर ही रहेंगे। मोदी, अखिलेश व राहुल गांधी ने झटके ज्यादा वोट पोस्टल बैलेट से वाराणसी में कुल 3,062 वोट पड़े हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को 1,531 व कांग्रेस के अजय राय को 1,373 वोट मिले।

    रायबरेली में दिखा बड़ा अंतर

    रायबरेली में इसके माध्यम से 2,575 वोट पड़े। कांग्रेस के राहुल गांधी को 1,605 व भाजपा के दिनेश प्रताप सिंह को 916 वोट मिले। कन्नौज में इसके माध्यम से कुल 3,548 वोट पड़े। इसमें से सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को 2,085 और भाजपा के सुब्रत पाठक को 1,239 वोट मिले हैं। बस्ती में आइएनडीआइए व बुलंदशहर में एनडीए को ज्यादा वोट बस्ती में विपक्षी गठबंधन आइएनडीआइए को सबसे ज्यादा पोस्टल बैलेट वोट मिले हैं।

    यहां पोस्टल बैलेट से कुल 5,448 वोट पड़े और उसमें से सपा के राम प्रसाद चौधरी को 3,518 वोट और भाजपा के हरीश द्विवेदी को 1,407 वोट मिले। एनडीए गठबंधन के प्रत्याशी को बुलंदशहर में सर्वाधिक वोट मिले। यहां पोस्टल-बैलेट से 5,074 वोट पड़े। भाजपा के भोला सिंह को 3,270 और कांग्रेस के शिवराम को 1,133 वोट मिले।