मंडी शुल्क के विरोध में प्रदेश की नवीन गल्ला मंडियों में दूसरे भी बंद रहा व्यापार
प्रदेश भर की गल्ला मंडियों में दो दिन की बंदी व्यापारियों की मांग मंडी के भीतर बाहर दो प्रकार के टैक्स बर्दाश्त नहीं।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल की ओर से प्रदेश भर में 19 व 20 जून को नवीन गल्ला मंडी बंद रही। मंडी शुल्क के विरोध में प्रदेश भर की
325 नवीन गल्ला मंडियो में पूरी तरह व्यापार बंद रहा।
उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष बनवारी लाल कंछल ने बताया कि गोरखपुर में व कुशीनगर की नवीन गल्ला मंडियों में भी सन्नाटा छाया रहा। सभी गल्ला मंडियों में मंडी सचिव कार्यालय के सामने मंडी के व्यापारियों ने धरना प्रदर्शन किया। मंडी शुल्क के विरोध में भारी नारेबाजी की गई विभिन्न मंडियों के सामने व्यापारी तख्ती व बैनर लेकर बैठे थे। कुछ मंडियों में व्यापारियों ने जुलूस बनाकर नारे लगाते हुए मंडी का चक्कर भी लगाया।
बनवारी लाल कंछल ने बताया कि प्रदेश में गाजियाबाद से लेकर बलिया तक और झांसी से लेकर सहारनपुर तक सभी मंडियों की गहमागहमी आज जीरो रही । बनारस, इलाहाबाद, कानपुर, आगरा, झांसी, बरेली, मुरादाबाद, गाजियाबाद, हापुड़, बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर, गोरखपुर, बाराबंकी सहित सभी बड़े जनपदों में मंडी के व्यापारी आक्रोशित दिखाई दिए ।
व्यापारियों का कहना है कि मंडी के बाहर और भीतर दो प्रकार का टैक्स लगाना भारी ज्यादती है। व्यापारी समुदाय इस प्रकार की भारी ज्यादती को किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं करेगा। बनवारी लाल कंछल ने कहा कि हम सरकार से मांग करते हैं कि मंडी के अंदर व मंडी के बाहर एक जैसे टैक्स की व्यवस्था करें यदि ऐसा नहीं हुआ तो कुछ दिनों बाद पूरे देश की हजारों गल्ला मंडियों में हड़ताल करने के लिए बाध्य होंगे। हम किसी भी कीमत पर इस अन्याय को बर्दाश्त नहीं करेंगे।