राष्ट्रीय जम्बूरी: सांस्कृतिक एकता और युवा जोश, देश-दुनिया की 44 टीमों ने एक स्वर में गाया वंदे मातरम
लखनऊ के वृंदावन योजना में 19वें राष्ट्रीय जम्बूरी के शुभारंभ से पहले अटल स्टेडियम में रिहर्सल हुआ। छात्रों ने पारंपरिक वेशभूषा में मार्च किया। एडवेंचर पार्क में युवाओं ने साहस दिखाया। जम्बूरी में स्काउट-गाइड रक्तदान करेंगे और परिसर में खेल मैदान का नाम अटल स्टेडियम रखा गया है।

जंबूरी के अटल स्टेडियम में रिहर्सल करते स्काउट गाइड के बच्चे। जागरण
धर्मेश अवस्थी, लखनऊ। गले में लाल व सफेद रंग की विशिष्ट माला, बालों में मोरपंख व झारखंड की पारंपरिक साड़ी पहने छात्राएं अटल स्टेडियम में पहुंची तो सभी का ध्यान खींचा। गुजरात की छात्राओं ने ओढ़नी के साथ चनिया चोली और छात्र भी लगभग ऐसा ही वेश धारण करके कतारबद्ध हुए।
अधिकांश राज्यों के छात्र-छात्राओं ने स्काउट-गाइड। की ही ड्रेस पहनकर मैदान में पहुंचे तो लगा सारा देश वृंदावन योजना में उतर आया है। चक दे इंडिया ... जैसे गीतों के साथ सुजलाम सुफलाम मलयजशीतलाम शस्यश्यामलाम मातरम् वंदे मातरम्... ने मानों पूरे माहौल में मिश्री घोल दिया।
रविवार को ये नजारा वृंदावन योजना में आयोजित 19वें राष्ट्रीय जम्बूरी शुभारंभ से ठीक पहले रिहर्सल में दिखा। विशाल परिसर में एक-एक करके 28 राज्य, आठ केंद्र शासित प्रदेश व आठ देशों की टीमें पहुंची, तय स्थान पर युवा कतारबद्ध हुए तो बड़ी संख्या में दर्शक दीर्घा में जमे रहे, कार्यक्रम के आर्गेनाइजर अमर बी मैत्री ने सबसे पहले फ्लैग सैल्यूट सिखाया, शुभारंभ में मार्च कैसे करना है? बैंड कैसे और कब बजेगा? यह सब दोपहर के भोजन से पहले और बाद में दो चरणों में सिखाया गया।
झारखंड के धनबाद से आई नेहा, प्रियांशु, रानी, रिया आदि ने कहा, पहली बार जम्बूरी में आई हैं और सुखद अनुभूति हो रही। बोलीं, मां से महिला सशक्तीकरण सुनते थे यहां आकर देख रही हैं, छात्रों से अधिक छात्राएं हैं। उन्होंने यह भी कहा, इस आयोजन देश को ही एकसूत्र में नहीं जोड़ रहा उन जैसी युवतियों को घर से चहारदीवारी से बाहर निकालने में सफल रहा है। बोलीं, वाकई मेरा बदल रहा है।
वाराणसी के सनबीम भगवानपुर की स्काउट टीम ऐसे दिख रही थी मानों सभी नैवी के सिपाही हों। झक सफेद वर्दी में अलग ही छटा बिखेर रहे थे। सी स्काउट के टीम लीडर मृत्युंजय शर्मा ने कहा, यह पोशाक पहनकर नैवी में जाने की इच्छा बलवती हुई है। इसे पहनने के बाद राष्ट्रीयता झलकने लगती है। पूरी टीम को इस वर्दी पर गर्व है। उधर, एडवेंचर पार्क में युवाओं ने कई अदम्य साहस के करतब दिखाए। 350 एकड़ में राष्ट्रभक्ति अविरल धार बहती दिखी।
खून देकर 700 लोगों की जान बचाएंगे स्काउट-गाइड
जम्बूरी में स्काउट-गाइड सेवा व समर्पण का प्रतीक बनने जा रहे हैँ। लखनऊ की जरूरत के हिसाब से प्रतिदिन 100 यूनिट खून का युवा दान करेंगे। सात दिन में 700 लोगों की जान बचाई जा सकेगी। युवा इससे अधिक खून देने को तैयार हैं लेकिन, स्वास्थ्य विभाग ने 100 यूनिट का ही उपयोग करने की सहमति दिया है। जम्बूरी में रविवार को रेडक्रास सोसाइटी की ओर से रक्तदान का शुभारंभ हुआ। यह कार्य स्वेच्छा से होगा।
एरिना अब अटल स्टेडियम, मदन माेहन मालवीय व सरदार पटेल सभागार तैयार
जम्बूरी परिसर में बना एरिना खेल मैदान का नाम अटल स्टेडियम होगा। परिचर्चा, सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए तैयार सभागार का नाम सरदार वल्लभभाई पटेल व मदन मोहन मालवीय रखा गया है। ऐसे ही अस्पताल का नामकरण चरक रखा जा चुका है। ऐसे ही दो एडवेंचर सेंटर का नाम हाकी के जादूगर कहे जाने वाले मेजर ध्यानचंद रखा गया है।

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