National Book Fair: ताम्र पत्र पर हनुमान चालीसा, देश की सबसे छोटी श्री मद्भगवत गीता
National Book Fair in Lucknow युनिवर्सल के स्टाल पर 100 रुपये की किताबों के साथ ही एक ऐसा कागज का बना पेन है जिसकी रिफिल खत्म होगी तो पेन को मिट्टी में दबाने से खाद बन जाएगी। अरुण सिक्का ने बताया कि पर्यावरण अनुकूल यह पेन 100 रुपये में तीन मिलेगी।

जितेंद्र उपाध्याय, जागरण, लखनऊ: राष्ट्रीय पुस्तक मेले में नई पुरानी किताबों के साथ कई ऐसे उत्पाद भी हैं, जो आपको बरबस अपनी ओर खींचेंगे। बलरामपुर गार्डन में गुरुवार से शुरू हुए राष्ट्रीय पुस्तक मेला में अहमदाबाद से आए अपूर्व शाह और शमा शाह के पास ताम्र पत्र पर लिखी हनुमान चालीसा है जो कभी खत्म नहीं होगी।
अपूर्व शाह और शमा शाह का दावा है कि पानी में गलेगी नहीं और अक्षर मिटेगा नहीं। इसके अलावा 80 रुपये की देश की सबसे छोटी श्रीमद्भगवत गीता भी मौजूद है। डेढ़ इंच की इस ग्रंथ में श्लोक के साथ उनका अर्थ भी लिखा गया है।
युनिवर्सल के स्टाल पर 100 रुपये की किताबों के साथ ही एक ऐसा कागज का बना पेन है जिसकी रिफिल खत्म होगी तो पेन को मिट्टी में दबाने से खाद बन जाएगी। अरुण सिक्का ने बताया कि पर्यावरण अनुकूल यह पेन 100 रुपये में तीन मिलेगी।
गायत्री परिवार की ओर से लगे स्टाल में सदाचार और व्यक्तित्व निर्माण की पुस्तकों के साथ आचार्य श्रीराम शर्मा द्वारा रचित पुस्तकों का संसार मौजूद है। संयोजक उमानंद शर्मा ने बताया कि भविष्य बनाने की पुस्तकें युवाओं को अपनी ओर खींचेंगी।
14 तक चलेगा राष्ट्रीय पुस्तक मेला
बलरामपुर गार्डन में गुरुवार से शुरू हुआ राष्ट्रीय पुस्तक मेला ‘विजन 2047 :विकसित भारत, विकसित प्रदेश’ थीम पर आधारित है। 50 प्रकाशकों के 120 स्टालों में मनचाही किताबें मौजूद हैं। नोएडा से आए राहुल श्रीवास्तव ने बताया कि कई नई किताबें पहली बार मेले में आईं हैं। मेले में कवि सम्मेलन, मुशायरा और पुस्तकों के विमोचन के साथ बच्चों के लिए कहानी सत्र और प्रतियोगिताएं होंगी। 14 सितंबर तक मेला मेला हर दिन सुबह 11 बजे से रात नौ बजे तक चलेगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।