मुजाहिदीन आर्मी का पाकिस्तान कनेक्शन आया सामने, हिंसा फैलाने के षड्यंत्र का मामला, एटीएस कर रहा जांच
खुफिया एजेंसियों ने मुजाहिदीन आर्मी और पाकिस्तान के बीच संबंधों का पर्दाफाश किया है। रिपोर्ट के अनुसार, इस संगठन को पाकिस्तान से धन और प्रशिक्षण मिल रहा है। सुरक्षा बलों ने इस खुलासे के बाद इलाके में निगरानी बढ़ा दी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि मुजाहिदीन आर्मी के सदस्य पाकिस्तान में प्रशिक्षण ले रहे हैं और उन्हें हथियार भी वहीं से मिल रहे हैं।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। हिंसा फैलाने का षड्यंत्र रच रही मुजाहिदीन आर्मी के सरगना मु.रजा का पाकिस्तान कनेक्शन भी सामने आया है। आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) को रजा के मोबाइल फोन की पड़ताल में कई संदिग्ध नंबर मिले हैं। सूत्रों का कहना है कि इनमें पाकिस्तान के नंबर भी हैं।
वह पाकिस्तान में किन लोगों व संगठनों के सीधे संपर्क में था, इसे लेकर छानबीन की जा रही है। मुजाहिदीन आर्मी को हो रही फंडिंग के सवालों पर रजा चुप्पी साधे रहा। जांच में सामने आया था कि हर माह रजा के केरल स्थित बैंक खाते में चंदे के रूप में रकम जमा कराई जाती थी। रजा का एक और खाता भी था। एटीएस फंडिंग को लेकर रजा के साथियों से भी पूछताछ कर रहा है।
एटीएस मुजाहिदीन आर्मी बनाकर प्रदेश में हिंसा फैलाने का षड्यंत्र रचे जाने के मामले में रजा, सुलतानपुर निवासी अकमल रजा, सोनभद्र निवासी सफील सलमानी उर्फ अली रिजवी, कानपुर निवासी मु.तौसीफ व रामपुर निवासी कासिम अली को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रहा है।
मूलरूप से सुलतानपुर निवासी रजा को केरल से गिरफ्तार किया गया था। एटीएस की आरंभिक जांच में सामने आया था कि रजा पाकिस्तानी संगठनों से प्रभावित होकर विभिन्न शहरों में कट्टरपंथियों को इंटरनेट मीडिया के माध्यम से जोड़ रहा था। उन्हें जिहाद के लिए उकसाया जा रहा था।
एटीएस ने पुलिस रिमांड के दौरान रजा व उसके साथियों का आमना-सामना भी कराया है। इंटरनेट मीडिया के विभिन्न ग्रुपों पर उनकी गतिविधियों को लेकर भी पूछताछ की जा रही है। गिरोह से जुड़े कुछ अन्य कट्टरपंथियों की भी तलाश चल रही है। आरोपितों ने पूछताछ में अपने अन्य सक्रिय साथियों के बारे में भी जानकारियां दी हैं।
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