Muharram 2022: लखनऊ के संवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्च-ड्रोन से निगरानी, कड़ी सुरक्षा के निर्देश
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मुहर्रम को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। ऊंची इमारतों पर सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए हैं जबकि पुराने लखनऊ के नौ अति संवेदनशील स्थल समेत अन्य स्थलों पर ड्रोन से निगरानी की जाएगी।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। पहली मुहर्रम पर शाही जरी का जुलूस शनिवार छह बजे पुराने लखनऊ में निकाला जाएगा। इस बाबत पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर के निर्देशन में जेसीपी पीयूष मोर्डिया, डीसीपी पश्चिम एस चन्नप्पा ने अर्द्धसैनिक बल और पुलिस बल के साथ बैठक की। इसके बाद संवेदनशील इलाकों और जुलूस मार्ग का निरीक्षण किया।
अतिसंवेदनशील स्थलों पर ड्रोन से निगरानी : पुलिस कमिश्नर ने बताया कि मुहर्रम को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। पुराने लखनऊ में ऊंची इमारतों पर सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए हैं। वहीं, पुराने लखनऊ के नौ अति संवेदनशील स्थल समेत अन्य स्थलों पर ड्रोन और सीसी कैमरों से निगरानी की जाएगी। चौक कोतवाली में कंट्रोल रूम भी बनाया गया है।
पांच जोन में बांटा गया लखनऊ : जेसीपी पीयूष मोर्डिया ने बताया कि पुराने लखनऊ को पांच जोन और 18 सेक्टर में बांटा गया है। उन्होंने बताया कि सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। करीब 1800 पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। इस दौरान बम निरोधक दस्ता और अग्निशमन की गाड़ियां और पीएसी, आरएफ भी तैनात रहेगी। संदिग्धों पर नजर रहेगी।
शरारती तत्वों पर कड़ी नजर : एडीसीपी और एसीपी स्तर के 40 अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। 64 स्थलों पर सीसी कैमरे लगाए गए हैं। एडीसीपी चिरंजीव नाथ सिन्हा के मुताबिक माहौल बिगाड़ने वाले शरारती तत्वों पर कड़ी नजर रहेगी। इसके साथ ही साइबर क्राइम सेल को भी अलर्ट कर दिया गया है। इंटरनेट मीडिया पर किसी भी प्रकार के भड़काऊ मैसेज वायरल करने वालों पर भी नजर रहेगी। उनके खिलाफ तत्काल कार्यवाही की जाएगी।
शनिवार से डायवर्जन : पहली मुहर्रम पर शाही जरी के जुलूस के मद्देनजर शनिवार शाम को पुराने लखनऊ की यातायात व्यवस्था बदली रहेगी। डायवर्जन शाम छह बजे से लागू होगा। इस दौरान वाहनों को वैकल्पिक मार्ग से गुजरना होगा। यह जानकारी डीसीपी ट्रैफिक ने दी।
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