UP: नौ संघटक महाविद्यालयों में 3000 से अधिक छात्रों को मिलेगा लाभ, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में संस्थाओं के पुनर्गठन पर विशेष जोर
यूपी में नवनिर्मित नौ महाविद्यालयों का संचालन छह राज्य विश्वविद्यालय करेंगे। अपर मुख्य सचिव ने इस संबंध में शासनादेश भी जारी कर दिया है। बता दें कि इसमें प्रशासनिक वित्तीय व नियुक्ति संबंधी सभी अधिकार विश्वविद्यालय को सौंपे गए हैं।

लखनऊ, राज्य ब्यूरो। छह राज्य विश्वविद्यालयों के नौ नवनिर्मित संघटक महाविद्यालय संचालित होने से प्रदेश के तीन हजार से अधिक छात्र-छात्राओं को लाभ मिल सकेगा। अपर मुख्य सचिव मोनिका एस गर्ग ने संघटक महाविद्यालयों का संचालन करने के लिए शासनादेश जारी कर दिया है। ये कालेज पूरी तरह से विश्वविद्यालयों के अधीन रहेंगे।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में संस्थाओं के पुनर्गठन पर विशेष जोर दिया गया है। शिक्षण व शोध के अलावा ये संस्थाएं अन्य महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाएंगी जैसे अन्य संस्थानों को स्थापित व विकसित करने में सहयोग देना शामिल है। विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों को उच्च शिक्षण क्लस्टरों व नालेज हब के रूप में बदला जा सकता है। इन महाविद्यालयों के संघटक कालेज के तौर पर विश्वविद्यालय का अंग बनने के बाद कालेजों का प्रशासनिक, वित्तीय व नियुक्ति का अधिकार उच्च शिक्षा विभाग के पास न होकर विश्वविद्यालय के पास होगा।
कालेज का भवन, भूमि व भंडार आदि विश्वविद्यालय को हस्तांतरित होगा। इसमें यह शर्त होगी कि हस्तांतरित भूमि व भवन आदि महाविद्यालय के उपयोग के अलावा विश्वविद्यालय के किसी अन्य उपयोग में नहीं लाई जाएगी। कुलपति शिक्षकों व कर्मियों की नियुक्ति करेंगे। राज्य सरकार से मिलने वाले फंड की मदद से इनका संचालन करेंगे। महाविद्यालयों का सारा व्ययभार विश्वविद्यालय उठाएंगे। संघटक कालेज शैक्षिक सत्र 2022-23 से विश्वविद्यालय की देखरेख में संचालित होंगे।
विश्वविद्यालय इन कालेजों को अपनी एक नए संकाय के रूप में विकसित कर सकते हैं। शिक्षण-प्रशिक्षण का केंद्र भी बना सकते हैं। छात्रों की परीक्षा डिप्लोमा व सर्टिफिकेट आदि विश्वविद्यालय के नियमों के तहत दिए जाएंगे। बता दें कि मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में प्रदेश के छह राज्य विश्वविद्यालय के तहत नवनिर्मित व निर्माणाधीन नौ राजकीय महाविद्यालयों को संघटक महाविद्यालय बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई थी।
ये संघटक महाविद्यालय होंगे संचालित
- लखनऊ विश्वविद्यालय का राजकीय महिला महाविद्यालय मिश्रिख सीतापुर
- चौधरी चरण विश्वविद्यालय मेरठ का राजकीय महाविद्यालय जेवर गौतमबुद्ध नगर
- बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी का राजकीय महाविद्यालय जखौरा ललितपुर व राजकीय महाविद्यालय पाही चित्रकूट
- महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय बरेली के राजकीय महाविद्यालय हसनपुर अमरोहा, राजकीय महाविद्यालय पूरनपुर पीलीभीत व राजकीय महाविद्यालय फतेहउल्लाहगंज मुरादाबाद
- डा. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा के महाविद्यालय नगला चंद्रभान फरह मथुरा
- छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर के राजकीय महाविद्यालय पुरवा उन्नाव
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