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    परिणय सूत्र में बंधी व‍िधायक अद‍ित‍ि स‍िंंह की बहन देवांशी, अख‍िलेश दास के बेटे व‍िराज संग लखनऊ में ल‍िए फेरे

    By Anurag GuptaEdited By:
    Updated: Mon, 29 Nov 2021 07:03 PM (IST)

    व‍िधायक अद‍ित‍ि स‍िंंह की छोटी बहन देवांशी का विवाह लखनऊ के पूर्व मेयर व पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. अखिलेश दास के बेटे विराज दास के साथ हुई है। अखिलेश ...और पढ़ें

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    परिणय सूत्र में बंधी व‍िधायक अद‍ित‍ि स‍िंंह की बहन देवांशी, अख‍िलेशदास के बेटे व‍िराज संग लखनऊ में ल‍िए फेरे

    रायबरेली, जागरण संवाददाता। दिवंगत पूर्व विधायक अखिलेश सिंह की दूसरी बेटी देवांशी भी परिणय सूत्र में बंध गई हैं। उनका विवाह भी राजनैतिक घराने में हुआ है। रविवार को लखनऊ के एक होटल में वैवाहिक समारोह में उन्होंने शादी के सात फेरे लिए। बता दें क‍ि स्व. अखिलेश सिंह की बड़ी बेटी अदिति सिंह का विवाह पंजाब के शहीद भगत सिंह नगर के कांग्रेस विधायक अंगद सिंह के साथ हुआ था। तब अदिति भी कांग्रेस में थी, जो अब भाजपा में शामिल हो गई हैं।

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    व‍िधायक अद‍ित‍ि स‍िंंह की छोटी बहन देवांशी का विवाह लखनऊ के पूर्व मेयर व पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. अखिलेश दास के बेटे विराज दास के साथ हुई है। अखिलेश दास बसपा के जाने-माने नेता थे, जोकि मायावती के सबसे करीबी लोगों में शामिल थे। मौजूदा समय में देवांशी बीडीसी सदस्य हैं और धुन्नी सिंह फाउंडेशन नाम से एनजीओ चलाकर गरीब, असहायों की मदद कर रही हैं। उनकी मां वैशाली सिंह अमावां से ब्लाक प्रमुख हैं। देवांशी की पढ़ाई भी अमेरिका में हुई है। वह भी अपनी बहन अदिति की तरह रायबरेली आने के बाद सामाजिक कार्यों में रुचि लेने लगीं। राजनीतिक घराने में विवाह होने के बाद उनकी भी राजनीति में आने को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं।

    दारोगा की क्‍लास लगाने का वीड‍ियो हुआ था वायरल :  सदर विधानसभा में क्षेत्र भ्रमण के दौरान देवांशी सिंह ने वाहन चेकिंग कर रहे दारोगा को खूब डपटा था। उनका दारोगा को डांटते हुए वीडियो इंटरनेट मीडिया पर खूब वायरल हुआ था। उनकी शिकायत पर एसपी ने उस दारोगा का स्थानांतरण भी दूसरे थाने पर कर दिया था। उनकी तेजतर्रार छवि तभी उजागर हो गई थी।

    पांच बार विधायक रहे प‍िता अखिलेश स‍िंंह: देवांशी के पिता स्व. अखिलेश सिंह सदर विधानसभा से पांच बार विधायक चुने गए। प्रियंका के खिलाफ मोर्चा खोलने पर उन्हें कांग्रेस से बाहर कर दिया गया था, लेकिन निर्दलीय चुनाव लड़कर भी उन्होंने जीत दर्ज कर ली थी। बाद में वह बेटी अदिति के साथ फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए थे। 2017 के विधानसभा चुनाव में अदिति कांग्रेस के टिकट पर सदर विधानसभा से चुनाव लड़ी और भारी मतों से जीत दर्ज की। तब ये कहा जा रहा था कि वह प्रियंका वाड्रा के काफी करीब हैं, हालांकि उसके कुछ दिनों बाद ही वह कांग्रेस की खिलाफत करने लगीं थी। (फोटो साभार सोशल मीड‍िया)