UP News: मंदिरों में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में होगा 'मिशन शक्ति' का प्रचार, महिलाओं की सुरक्षा पर जोर देगी सरकार
उत्तर प्रदेश सरकार नवरात्र में मिशन शक्ति का प्रचार करेगी जिसके तहत मंदिरों में बेटियों और महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान के प्रति जागरूकता फैलाई जाएगी। कार्यक्रमों के लिए कलाकारों का चयन जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति करेगी और उन्हें प्रति कार्यक्रम पांच हजार रुपये मिलेंगे। महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।

रांज्य ब्यूरो, लखनऊ। नवरात्र में मंदिरों व शक्तिपीठों में आयोजित होने वाले धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों में ''''मिशन शक्ति''''का प्रचार किया जाएगा। मंदिरों में होने वाले कार्यक्रमों के जरिए बेटियों व महिलाओं की सुरक्षा व सम्मान को लेकर नागरिकों को जागरूक किया जाएगा।
इस संदर्भ में जारी शासनादेश के अनुसार कार्यक्रमों के लिए कलाकारों का चयन जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा किया जाएगा। कलाकारों की मंडली को प्रति कार्यक्रम पांच हजार रुपये का भुगतान किया जाएगा।
मंडलायुक्तों व जिलाधिकारियों निर्देशित किया गया है कि कार्यक्रमों में ज्यादा से ज्यादा महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित की जाए। जिला, तहसील व ब्लाक स्तर पर समितियों का गठन कर अखंड रामायण, दुर्गा सप्तशती पाठ, सुंदरकांड का पाठ व सांस्कृति कार्यक्रमों के लिए भजन, कीर्तन व लोक कलाकारों की मंडलियों का चयन किया जाए।
लोक कलाकारों का चयन Sanskritiup एप्लीकेशन से भी किया जा सकता है। कार्यक्रमों के आयोजन के लिए कलाकारों के मानदेय के अलावा प्रति कार्यक्रम पांच हजार रुपये अतिरिक्त दिए जाएंगे। इस मद में खर्च के लिए सभी जिलों को एक-एक लाख रुपये की राशि जारी की जाएगी।
शासनादेश में यह भी स्पष्ट किया गया है कि जिन जिलों में पिछले नवरात्रों में मिशन शक्ति के तहत आयोजित कार्यक्रमों के लिए जारी राशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र नहीं भेजा है उन्हें यह राशि जारी नहीं की जाएगी।
संस्कृति निदेशालय की सहायक निदेशक रेनू रंग भारती को इस अभियान का नोडल अफसर नियुक्त किया गया है।
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