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    Mission Shakti: यूपी में 55 हजार से अधिक बालिकाएं बनीं एक दिन की अफसर, संभाली DM तक की कुर्सी

    Updated: Tue, 23 Sep 2025 06:50 PM (IST)

    मिशन शक्ति के तहत उत्तर प्रदेश में 55 हजार से अधिक बालिकाओं ने एक दिन के लिए विभिन्न पदों पर कार्यभार संभाला। लखनऊ में कई छात्राओं ने शिक्षा विभाग में महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाईं जैसे बेसिक शिक्षा निदेशक और उप शिक्षा निदेशक बनकर विभागीय कार्यों को गति दी। इन बालिकाओं ने आत्मविश्वास से साबित किया कि वे किसी भी जिम्मेदारी को संभालने में सक्षम हैं।

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    ब्यूरो: प्रदेश में 55 हजार से अधिक बालिकाएं बनीं एक दिन की अधिकारी

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। मिशन शक्ति के तहत प्रदेश में 55 हजार से अधिक बालिकाएं अलग-अलग जिम्मेदारियों पर एक दिन के लिए अधिकारी बनीं। किसी ने पंचायत सचिव की भूमिका निभाई तो किसी ने पुलिस, डाक्टर, इंजीनियर, मुख्य विकास अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी, उप जिलाधिकारी और यहां तक कि जिलाधिकारी का भी पद संभाला। इन बालिकाओं ने आत्मविश्वास और गंभीरता के साथ दायित्व निभाकर यह साबित किया कि वे किसी भी जिम्मेदारी को बखूबी संभाल सकती हैं।

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    राजधानी लखनऊ खास नजारा रहा। जब बेसिक शिक्षा विभाग में उच्च प्राथमिक विद्यालय गुलाम हुसैन पुरवा जोन-2 नगर की कक्षा आठ की छात्रा नैना ने बेसिक शिक्षा निदेशक का दायित्व निभाते हुए विभागीय कामकाज को गति दी। कक्षा सातवीं की नैंसी वरिष्ठ विशेषज्ञ गुणवत्ता शिक्षा बनीं।

    कक्षा आठवीं की अनुष्का निदेशक एससीईआरटी बनीं, कक्षा आठ की इकरा शरीफ उप शिक्षा निदेशक (प्राइमरी) बनीं, जबकि उच्च प्राथमिक विद्यालय खड़गपुर की कक्षा सात की छात्रा रोशनी ने उप शिक्षा निदेशक/वरिष्ठ विशेषज्ञ (बालिका शिक्षा यूनिट) का दायित्व निभाया। कक्षा आठ की नंदिनी और कंपोजिट विद्यालय मटियारी की कक्षा सात की दिव्यांग छात्रा फातिमा बानो ने अपर राज्य परियोजना निदेशक, समग्र शिक्षा का दायित्व संभाला।