फाइलें पलटकर अधिकारियों से पूछा ये सवाल, यूपी में कक्षा 7वीं की छात्रा क्यों बनी महानिदेशक स्कूल शिक्षा?
मिशन शक्ति के तहत लखनऊ की सातवीं कक्षा की छात्रा लकी सिंह को एक दिन के लिए महानिदेशक स्कूल शिक्षा की कुर्सी पर बैठने का अवसर मिला। लकी ने विभागीय कार्यों की समीक्षा की और अधिकारियों से सवाल पूछे। अन्य छात्राओं को भी वरिष्ठ अधिकारियों की कुर्सियों पर बैठने का मौका मिला। महानिदेशक मोनिका रानी ने कहा कि इसका उद्देश्य बच्चियों को आत्मविश्वास देना है।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। मिशन शक्ति के तहत मंगलवार का दिन सातवीं कक्षा की छात्रा लकी सिंह के लिए जीवनभर यादगार बन गया। लखनऊ के उच्च प्राथमिक विद्यालय पीएसी महानगर की छात्रा लकी जब महानिदेशक स्कूल शिक्षा कार्यालय पहुंचीं तो किसी ने सोचा भी नहीं की थी कि वह महानिदेशक स्कूल शिक्षा की कुर्सी पर बैठकर पूरे विभाग की गतिविधियों का जायजा लेंगी।
जैसे ही महानिदेशक स्कूल शिक्षा मोनिका रानी ने लकी सिंह को अपनी कुर्सी पर बैठाया, अन्य छात्राओं, शिक्षा अधिकारियों और कर्मचारियों ने तालियों से स्वागत किया। छोटे कद की मासूम बच्ची का आत्मविश्वास और चेहरे की चमक ने सभी का मन मोह लिया।
लकी ने बड़ी गंभीरता से विभाग की फाइलें पलटीं, समग्र शिक्षा कार्यालय के कार्यों को समझा और अधिकारियों से सवाल भी किए। पूछा कि विभाग में क्या चल रहा है? यही नहीं, इस मौके पर अन्य छात्राओं को भी विभाग के अलग-अलग वरिष्ठ अधिकारियों की कुर्सियों पर बैठने का अवसर मिला।
कभी फाइलों को देखतीं, कभी अधिकारियों से चर्चा करतीं छात्राओं के आत्मविश्वास और उत्साह को देखकर सभी को लगा मानो भविष्य का प्रशासन यहीं से आकार ले रहा हो।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा मोनिका रानी ने कहा कि मिशन शक्ति के तहत बच्चियों को आत्मविश्वास देने और प्रशासनिक गतिविधियों की जानकारी कराने का लक्ष्य है। इसी क्रम में मैंने लकी सिंह को महानिदेशक की कुर्सी पर बैठाकर कार्यक्रम की शुरुआत की। यह बच्चियों के लिए नई प्रेरणा है। लकी सिंह ने भी कहा कि वह बड़ी होकर आइएएस बनाना चाहेंगी।
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