Mission Shakti 5.0: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बोले- सरकार की नीयत साफ तो योजना खुद तय करती है अपना रास्ता
Mission Shakti 5.0 मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ मातृ वंदना फिट इंडिया मूवमेंट स्वच्छ भारत मिशन उज्ज्वला समेत अन्य योजनाओं के तहत महिलाओं को बिना भेदभाव के सुविधाएं दी जा रही हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बोले-नारी सम्मान हमारी प्राथमिकता है। प्रशासन को संवेदनशील होना होगा।

राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को 'मिशन शक्ति-5.0' का शुभारंभ करने के साथ ही महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान व आत्मनिर्भरता के इस अभियान से जुड़े अधिकारियों व कर्मियों को आगाह भी किया। अभियान की राह में रोड़ा बनने वालों की जवाबदेही तय किए जाने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार की नीति भी स्पष्ट है और मिशन शक्ति की सफलता इसका प्रमाण है। हमारी सरकार की प्राथमिकता नारी सम्मान है। प्रशासन को संवेदनशील होना होगा। महिला बीट अधिकारी इस अभियान को हर ग्राम सभा व बूथ तक सफल बनाएंगी।
प्रदेश की 2017 से पहले कानून-व्यवस्था की बदहाली का जिक्र करते हुए उन्होंने सपा सरकार पर हमला भी बोला। बाल पुष्टाहार योजना में धांधली व उसमें शराब कारोबारी के वर्चस्व की चर्चा करते हुए भी सपा को घेरा। उन्होंने कहा कि अब टेक होम राशन प्लांट से 60 हजार महिलाएं आठ हजार रुपये प्रति माह कमा रही हैं। दो करोड़ महिलाएं लाभान्वित हो रही हैं। मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, मातृ वंदना, फिट इंडिया मूवमेंट, स्वच्छ भारत मिशन, उज्ज्वला समेत अन्य योजनाओं के तहत महिलाओं को बिना भेदभाव के सुविधाएं दी जा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने बेटी की पीड़ा सुनकर लिया था बड़ा निर्णय
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में अब 1.60 करोड़ से अधिक बच्चे पढ़ रहे हैं, जहां 2017 से पहले 70 से 75 प्रतिशत बेटियां नंगे पांव व पुराने कपड़ों में स्कूल जाती थीं। योगी ने मुख्यमंत्री बनने के बाद बुंदेलखंड के दौरे के समय स्कूल जा रही एक बच्ची से किए गए संवाद की चर्चा भी की। बताया कि उस बेटी ने कहा था कि 'मेरे भाई के लिए जूते आए पर मेरे लिए नहीं, क्योंकि मैं बेटी हूं।' यह सुनकर भौंचक रह गया था। इसके बाद ही उन्होंने हर बच्चे के लिए दो यूनिफार्म, बैग, किताबें, जूते, मोजे व स्वेटर की व्यवस्था की। सरकार इसके लिए अभिभावक के खाते में प्रति बच्चे के हिसाब से 1,200 रुपये भेजती है।
यह भी दिये निर्देश
- मिशन शक्ति के तहत ‘सशक्त नारी, समृद्ध प्रदेश’ फोल्डर व महिला सुरक्षा से जुड़ी हेल्पलाइन (1090, 181, 112, 1930, 1076, 102, 101, 108, 1098) का वितरण हर स्कूल-कालेज से लेकर महिलाओं के बीच अधिक से अधिक किया जाए।
- नवरात्रि के दौरान मंदिरों में सुरक्षा बढ़ाई जाए।
- मिशन एक माह चलेगा, फिर तीन माह तक इसका विस्तार होगा।
- सभी विभागों से समन्वय व जवाबदेही सुनिश्चित की जाए।
महिलाओं के प्रति अपराध में 12,271 आरोपितों को सजा
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक जनवरी, 2024 से अब तक महिलाओं अपराध से जुड़े 9,513 मामलों में 12,271 आरोपितों को सजा दिलाई गई। इनमें 12 को मृत्युदंड व 987 को आजीवन कारावास के अलावा अन्य श्रेणी की सजा हुईं।
कन्या सुमंगला और सामूहिक विवाह योजना ने रचा इतिहास
सीएम योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना की चर्चा करते हुए कहा कि बेटी के जन्म से स्नातक तक 25,000 रुपये का पैकेज दिया जाता है। जन्म पर 5,000 रुपये, एक वर्ष पर 2,000 रुपये (टीकाकरण के बाद), पहली और छठी कक्षा में 3,000-3,000 रुपये, नौवीं में 5,000 रुपये और 12वीं पास करने पर 7,000 रुपये दिए जाते हैं। इस योजना से 26 लाख से अधिक बेटियां सीधें लाभान्वित हो रही हैं। इसके अलावा, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में हर बेटी को 1 लाख रुपये की सहायता दी जा रही है, जो पहले चेहरा देखकर दी जाती थी, अब बिना भेदभाव के उपलब्ध है। इन योजनाओं ने प्रदेश में महिला सशक्तीकरण की दिशा में इतिहास रचा है।
हर कल्याणकारी योजनाओं में अपनाया जा रहा है नारी केंद्रित दृष्टिकोण
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, मातृ वंदना, फिट इंडिया मूवमेंट, स्वच्छ भारत मिशन (12 करोड़ शौचालय), उज्ज्वला योजना (10 करोड़ कनेक्शन) से महिलाओं के चूल्हे के धुएं से मुक्ति मिली है, महिला स्वस्थ होगी तो परिवार सशक्त होगा। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत (50 करोड़ लाभार्थी) और 80 करोड़ को मुफ्त राशन जैसी योजनाओं को नारी गरिमा से जोड़ा। उन्होंने कहा कि परिवार में बीमारी के समय नारी अपना आभूषण तक गिरवी रखती है, इसलिए ये योजनाएं उसके सम्मान से जुड़ी हैं। उत्तर प्रदेश ने 3 करोड़ ग्रामीण भू-अभिलेख में 1 करोड़ से अधिक महिलाओं के नाम किए और 60 लाख गरीबों को आवास उपलब्ध कराए गए। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में हर कल्याणकारी योजनाओं में है नारी केंद्रित दृष्टिकोण अपनाया जा रहा है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।