Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Millet Recipes : प्रेरणा कैंटीन में परोसे जाएंगे मोटे अनाज के व्यंजन, भोजन की पौष्टिकता और बढ़ेगी

    Updated: Mon, 22 Sep 2025 06:37 PM (IST)

    Millet Recipes in Prerna Canteens and Didi Cafe राज्य में अब 2010 कैंटीन खोली जा चुकी हैं इनमें से 832 कैंटीन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर स्थापित हैं। 5628 महिलाओं इनके संचालन से जुड़ी है। वर्तमान में सभी कैंटीन में चाय दूध ब्रेड समोसा पकोड़ा दाल-चावल रोटी-सब्जी पराठा राजमा-चावल फ्राइड राइस आदि व्यंजन परोसे जा रहे हैं।

    Hero Image
    प्रेरणा कैंटीन में परोसे जाएंगे मोटे अनाज के व्यंजन

    राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ: सरकारी विभागों, स्वास्थ्य केंद्रों में संचालित प्रेरणा कैंटीन-दीदी कैफे में जल्द ही वर्तमान व्यंजनों के साथ ज्वार, बाजरा, रागी, कोदो जैसे मोटे अनाज से बने व्यंजन भी उपलब्ध होंगे। इससे भोजन की पौष्टिकता और बढ़ेगी।

    उप्र राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (यूपीएसआरएलएम) स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं द्वारा संचालित की जा रहीं इन कैंटीन के मेन्यू को समृद्ध बनाने की तैयारी कर रहा है। मोटे अनाज के व्यंजन तैयार करने के लिए महिलाओं को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यूपीएसआरएलएम द्वारा गठित स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए अनेक कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इसके तहत ही सरकारी संस्थानों, दफ्तरों, शिक्षण संस्थाओं और स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रेरणा कैंटीन-दीदी कैफे का संचालन समूहों से जुड़ी महिलाओं द्वारा कराया जा रहा है।

    राज्य में अब 2010 कैंटीन खोली जा चुकी हैं, इनमें से 832 कैंटीन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर स्थापित हैं। 5,628 महिलाओं इनके संचालन से जुड़ी है। वर्तमान में सभी कैंटीन में चाय, दूध, ब्रेड, समोसा, पकोड़ा, दाल-चावल, रोटी-सब्जी, पराठा, राजमा-चावल, फ्राइड राइस आदि व्यंजन परोसे जा रहे हैं।

    पिछले दिनों उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कैंटीन के मेन्यू में मोटे अनाज के व्यंजन भी शामिल करने के निर्देश दिए थे, जिससे लोगों को और अधिक पौष्टिक आहार मिल सके। इसके बाद यूपीएसआरएलएम कैंटीन के मेन्यू में मोटे अनाज से बना दलिया, खिचड़ी, डोसा, चीला, हलवा आदि शामिल कराने पर विचार कर रहा है। इसकी शुरुआत स्वास्थ्य केंद्रों पर संचालित कैंटीन से की जाएगी।