Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यूपी के 19 ज‍िलों में 500 मीटर रीडरों को क्‍यों गंवानी पड़ी नौकरी? ये खेल पड़ गया बहुत भारी

    Updated: Fri, 07 Nov 2025 09:18 PM (IST)

    उपभोक्ताओं के मीटर को आईडेंटिफाइड डिफेक्टिव (आईडीएफ) बताने वाले मीटर रीडरों पर मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने कार्रवाई करते हुए बाहर का रास्ता दिखा दिया है।

    Hero Image

    जागरण संवाददाता, लखनऊ। उपभोक्ताओं के मीटर को आईडेंटिफाइड डिफेक्टिव (आईडीएफ) बताने वाले मीटर रीडरों पर मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने कार्रवाई करते हुए बाहर का रास्ता दिखा दिया है।

    19 जिलों में मीटर रीडरों ने खेल करते हुए यह बताया कि 41 हजार उपभोक्ताओं के मीटर ऐसे हैं, जो तकनीकी रूप से गड़बड़ हैं। उनमें मीटर रीडिंग नहीं आती है और वह खराब है। जांच की गई तो अधिकांश मीटर ठीक पाए गए। ऐसे मीटर रीडरों पर कार्रवाई करते हुए करीब पांच सौ मीटर रीडरों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इसका असर यह हुआ कि नए मीटर जहां पारदर्शी तरीके से काम कर रहे हैं। वहीं बचे हुए मीटरों में संदेश चला गया कि होशियारी दिखाई तो नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है। ऐसे में मौके पर पहुंचकर सही मीटर रीडिंग देनी ही होगी।


    मध्यांलच विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के वाणिज्य अधिकारियों ने सितंबर से अक्टूबर माह के बीच तैयार डाटा में 41 हजार उपभोक्ता आईडीएफ के पाए थे। इन उपभोक्ताओं से संपर्क किया गया तो अधिकांश के मीटर सही थे लेकिन मीटर रीडर मौके पर न जाकर टेबल रीडिंग कर रहे थे।

    अभियान चलाकर 28 हजार से अधिक उपभोक्ताओं के मीटर, जिन्हें बिजली बिलों में आइडीएफ दर्शाया गया था, उनकी रीडिंग लेकर बिल जमाया गया। अभी 13 हजार उपभोक्ता बाकी है। इन्हें भी सही बिल नवंबर 2025 के मध्य तक उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।