UP Assembly Monsoon Session: विधानमंडल सत्र को जनहित में उपयोगी बनाए सरकार और विपक्ष- मायावती
बसपा प्रमुख मायावती ने सरकार और विपक्ष से विधानमंडल सत्र को जनहित में उपयोगी बनाने की सलाह दी है। उन्होंने संसद के मानसून सत्र में ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा न होने पर चिंता व्यक्त की और अमेरिकी टैरिफ के देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभाव पर चिंतन करने की मांग की। मायावती ने मतदाता सूची और ईवीएम पर उठ रहे संदेहों को दूर करने की भी बात कही।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने सरकार और विपक्ष को सोमवार से शुरू हुए उत्तर प्रदेश के विधानमंडल सत्र को जनहित में उपयोगी बनाने की सलाह दी है।
उन्होंने संसद के मानसून सत्र में भी अमेरिकी टैरिफ के देश की अर्थव्यवस्था पर प्रभाव को लेकर व्यापक चर्चा किए जाने की भी मांग की है।
बसपा प्रमुख ने एक्स पर लिखा,‘विधानसभा का आज से शुरू हो रहा मानसून सत्र, संक्षिप्त होने के बावजूद केवल औपचारिकता पूर्ति वाला नहीं हो, बल्कि इसको सही से प्रदेश व जनहित में उपयोगी बनाना जरूरी है।
इसके लिए सरकार एवं विपक्ष, दोनों को अपने-अपने राजनीतिक स्वार्थ, द्वेष व कटुता आदि को त्याग कर आगे बढ़ना होगा।’ उन्होंने संसद के मानसून सत्र का भी शांतिपूर्ण संचालन न होने पर सवाल उठाया। लिखा कि, संसद का चालू मानसून सत्र जन अपेक्षा के अनुसार सही से कार्य नहीं कर पा रहा है। ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा न होने से लोगों में चिंता है।
भारतीय व्यापार पर भारी अमेरिकी टैरिफ के कारण देश की अर्थव्यवस्था व विकास पर जो बुरा प्रभाव पड़ने की आशंका है, उस पर संसद में सही से चिंतन-मनन करने की जरूरत है, क्योंकि यह देश के ''अच्छे दिन'' से जुड़ा देशहित का मुद्दा है। उन्होंने सरकार व विपक्ष से इस मुद्दे पर ध्यान देने की मांग की है।
मतदाता पुनरीक्षण और ईवीएम पर संदेह दूर करे आयोग
बसपा प्रमुख ने मतदाता सूची, ईवीएम और चुनाव को लेकर विपक्ष द्वारा उठाए जा रहे प्रश्नों को लेकर भी टिप्पणी की है। मायावती ने अपनी पोस्ट में लिखा कि वोटर, वोटर सूची, उसके पुनरीक्षण, ईवीएम आदि से संबंधित किस्म-किस्म की बातें देश में चल रही है। देश, जनहित एवं लोकतंत्र से जुड़े इन मामलों में संदेहों को जल्द से जल्द दूर किया जाना चाहिए।
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