"देश के लिए घातक है भाषा विवाद की प्रवृत्ति", मायावती ने कहा - सरकार ले तुरंत एक्शन
बसपा प्रमुख मायावती ने मुंबई समेत अन्य राज्यों में भाषा विवाद को देश के लिए घातक बताया। उन्होंने महाराष्ट्र और तमिलनाडु में देशभक्ति पर भाषा विवाद को हावी होने की बात कही। मायावती ने सरकार से महंगाई बेरोजगारी शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे मुद्दों पर ध्यान देने की अपील की। उन्होंने भ्रष्टाचार के कारण पुलों और एक्सप्रेसवे पर हो रही दुर्घटनाओं पर चिंता जताई।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने कहा है कि मुंबई सहित अन्य राज्यों में भाषा को लेकर हो रहे विवाद देश के लिए घातक हैं। खास तौर पर महाराष्ट्र व तमिलनाडु में लोगों की देशभक्ति व देश प्रेम पर भाषा का विवाद हावी हो रहा है।
उन्होंने कहा कि देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में भाषा विवाद के चलते हो रही हिंसा को सरकार को गंभीरता से लेना चाहिए। मुंबई से तमाम राज्यों के लोगों का सीधा वास्ता है। इसलिए इन लोगों की जानमाल की रक्षा करना सरकार का कर्तव्य है।
रविवार को बसपा के केंद्रीय कैंप कार्यालय में उन्होंने महाराष्ट्र, गुजरात, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु व केरल में संगठन की मजबूती को लेकर समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि महंगाई, बेरोजगारी, शिक्षा,स्वास्थ्य सहित कानून व्यवस्था पर सरकार को ध्यान देने की जरूरत है।
कई राज्यों में जातीय हिंसा फैल रही है। उन्होंने संबंधित राज्यों के पदाधिकारियों को निर्देश दिए कि जनहित के मुद्दों को लगातार उठाने की जरूरत है।
बसपा प्रमुख ने कहा कि देश भर में बन रहे पुलों व एक्सप्रेसवे पर हो रही दुर्घटनाओं में लोगों की मौत हो रही है। इससं संबंधित परियोजनाओं में भ्रष्टाचार से लोगों का विश्वास सरकार के प्रति डगमगा रहा है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस व सरकार के भीतर गुटबाजी व टकराव बढ़ रहा है।
इससे कानून का राज प्रभावित हो रहा है और गरीबों की सुनवाई नहीं हो रही है। तेलंगाना, तमिलनाडु व आंध्र प्रदेश तथा केरल में में भले ही अलग-अलग पार्टी की सरकारें हैं, लेकिन इन राज्यों में भी गरीबों की स्थिति अच्छी नहीं है। बैठक में केंद्रीय समन्वयक व प्रभारी राजाराम व अतर सिंह राव सहित संबंधित राज्यों के पदाधिकारी उपस्थित थे।
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