Defence Expo 2020 : लखनऊ के रिवर फ्रंट पर जौहर दिखाएंगे नेवी के मार्कोस कमांडो Lucknow News
Defence Expo 2020 नौसेना के हेलीकॉप्टर से जंप करेंगे कमांडो। कोस्ट गार्ड के स्कूटर भी भरेंगे नदी पर रफ्तार।
लखनऊ, जेएनएन। मुंबई पर 26/11 के आतंकी हमले में शौर्य का प्रदर्शन करने वाले भारतीय नौसेना के कमांडो मार्कोस पहली बार लखनऊ में भी अपना जौहर दिखाएंगे। शहरवासी उन बहादुर मार्कोस कमांडो से भी रूबरू हो सकेंगे, जिन्होंने कई समुद्री ऑपरेशनों को सफलता से अंजाम दिया है। डिफेंस एक्सपो 2020 के तहत गोमती रिवर फ्रंट पर नौसेना और थलसेना के हथियारों की तैयारियों को लेकर डीएम के साथ हुई बैठक में इस रोमांचक प्रदर्शन पर मुहर लग गई।
गोमती रिवर फ्रंट पर हैरतअंगेज प्रदर्शन की जिम्मेदारी मध्य यूपी सब एरिया मुख्यालय को सौंपी गई है। यहां भारतीय नौसेना के हेलीकॉप्टर पर सवार होकर दुनिया के सबसे ताकतवर कमांडों में से एक मार्कोस ऊंचाई से जंग लगाकर उतरेंगे। गोमती नदी में नौसेना की एक बोट में आतंकियों के निपटने के लिए अपनी दक्षता का प्रदर्शन करेंगे। जबकि दूसरी ओर आम्र्ड रेजीमेंट के तीन टी-90 युद्धक टैंक और इंफेंट्री कॉम्बैट व्हीकल बीएमपी आकर्षण का का केंद्र होंगे। वहीं, समुद्र में जिन स्कूटर से कोस्ट गार्ड के जवान रक्षा करते हैं। उसका प्रदर्शन गोमती नदी पर भी किया जाएगा। भारतीय नौसेना की सर्च बोट को भी गोमती नदी में उतारा जाएगा।
दुश्मन पर कहर बनकर टूटते मार्कोस
फरवरी 1987 में मरीन कमांडो फोर्स (मार्कोस) की स्थापना की गई थी। यह मार्कोस कमांडो पानी के भीतर ही नहीं, आकाश और जमीन पर किसी भी विषम परिस्थिति में ऑपरेशन को अंजाम देने की क्षमता रखते हैं। मार्कोस का रेजीमेंटल सेंटर मुंबई के अलावा गोवा, विशाखापट्टनम, कोच्चि और पोर्ट ब्लेयर में है। मार्कोस कमांडों ने 26/11 के मुंबई आतंकी हमले और कारगिल युद्ध के अलावा ऑपरेशन कच्छ, ऑपरेशन लीच, ऑपरेशन पवन, ऑपरेशन ब्लैक टॉरनेडो, ऑपरेशन साइक्लोन के साथ कश्मीर में कई ऑपरेशनों में हिस्सा ले चुके हैं। अमेरिकी नौसेना के सील कमांडो और ब्रिटिश स्पेशल एयर सर्विस कमांडो के साथ मार्कोस ने अपने कौशल को साझा किया है। ट्रेनिंग के दौरान ही मार्कोस कमांडो को आतंकी हमले, अपहरण, एंटी पाइरेसी ऑपरेशन, डायरेक्ट एक्शन, घुसपैठ जैसे कई एक्शन के लिए दक्ष बनाया जाता है।
हनुमान सेतु से खाटू श्याम तक लगेगी प्रदर्शनी
मंगलवार को प्रशासन की बैठक में रिवर फ्रंट पर होने वाले कार्यक्रमों की तैयारियों पर चर्चा हुई। मुख्य कार्यक्रम हनुमान सेतु से खाटू श्याम मंदिर के बीच होंगे। यहीं पर करीब ढाई हजार की क्षमता का पवेलियन बनाया जाएगा।