Mango Festival 2025: लखनऊ में चार जुलाई से होगा आम महोत्सव, 600 प्रजातियों को किया जाएगा प्रदर्शित
उत्तर प्रदेश में 4 जुलाई से तीन दिवसीय उप्र आम महोत्सव-2025 का आयोजन लखनऊ के अवध शिल्पग्राम में किया जाएगा। इस महोत्सव में आम की 600 से अधिक प्रजातियां प्रदर्शित की जाएंगी। बागवानों के लिए कार्यशालाएं, सांस्कृतिक कार्यक्रम और आम से बने व्यंजनों की प्रतियोगिताएं भी होंगी। उत्तर प्रदेश देश के कुल आम उत्पादन का लगभग 27% और कुल क्षेत्रफल का 13.5% योगदान देता है। महोत्सव का उद्देश्य आम उत्पादन, निर्यात व प्रसंस्करण को प्रोत्साहित करना है, जिसमें अन्य राज्यों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। आम उत्पादन, निर्यात व प्रसंस्करण को प्रोत्साहित करने के लिए चार जुलाई से तीन दिवसीय उप्र आम महोत्सव-2025 का आयोजन किया जाएगा। राजधानी के अवध शिल्पग्राम में होने वाले आयोजन में आम की 600 से अधिक प्रजातियां प्रदर्शित की जाएंगी और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे। बागवानों के लिए कार्यशाला का भी आयोजन किया जाएगा।
गुरुवार को उद्यान राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह ने पत्रकार वार्ता में बताया कि वर्ष 2024-25 में प्रदेश में 3.25 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में आम की बागवानी की गई थी। यह देश में आम के कुल क्षेत्रफल का 13.5 प्रतिशत है। प्रदेश में 61.46 लाख टन आम का उत्पादन हुआ था, जो देश कुल उत्पादन का लगभग 27 प्रतिशत है।
प्रदेश में आम की लगभग 600 से अधिक प्रजातियों का उत्पादन किया जा रहा है, जिनमें दशहरी, लंगड़ा, चौसा, गौरजीत, आम्रपाली, रामकेला, रटौल, लखनऊ सफेदा, बाम्बेग्रीन व अन्य रंगीन प्रजातियां प्रमुख हैं। वर्ष 2024-25 में प्रदेश से 40.31 मीट्रिक टन आम का निर्यात किया गया था। चालू वित्तीय वर्ष में अब तक 13.5 मीट्रिक टन आम का निर्यात किया जा चुका है।
मंत्री ने बताया कि पिछले वर्ष आम महोत्सव में सात श्रेणियों के 58 वर्गों में लगभग 600 आम की प्रजातियों व प्रसंस्कृत उत्पाद का प्रदर्शन किया गया था। इस बार छह जुलाई तक चलने वाले महोत्सव इतनी ही प्रजातियों का प्रदर्शन होगा। आयोजन में प्रदेश के साथ मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, बिहार, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र आदि राज्यों के उद्यान विभाग के प्रतिनिधि, प्रगतिशील बागवान और निर्यातक भी शामिल होंगे।
तुड़ाई उपरांत प्रबंधन, कीट प्रबंधन, विपणन व निर्यात की जानकारी देने के लिए कार्यशाला भी होगी जाएगी। आम से बने विभिन्न व्यंजन प्रदर्शित किए जाएंगे और आम के पकवानों की प्रतियोगिता का भी आयोजन किया होगा। आम विविधता प्रदर्शनी, आमंत्रण (क्रेता-विक्रेता बैठक), आम खाने की प्रतियोगिता, प्रशिक्षण सेमिनार आदि भी महोत्सव का आकर्षण होंगे।
अंतरराष्ट्रीय आलू केंद्र की स्थापना से समृद्ध होंगे किसान
उद्यान मंत्री ने आगरा में अंतरराष्ट्रीय आलू केंद्र के दक्षिण एशिया क्षेत्रीय केंद्र की स्थापना की मंजूरी के लिए केंद्र सरकार का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इससे आलू और शकरकंद क्षेत्र में नई क्रांति आएगी और किसान समृद्ध होंगे।
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