जागरण संवाददाता, लखनऊ। सपा कार्यालय के पास खुद को आग लगाने वाले अलीगढ़ भुजपुरा निवासी योगेंद्र गोस्वामी की सोमवार को छठे दिन इलाज के दौरान मौत हो गई।
गौतमपल्ली पुलिस ने योगेंद्र को आत्मदाह के लिए उकसाने पर उनकी मुंहबोली बहन व भाई के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।
उधार के छह लाख रुपये वापस न मिलने पर योगेंद्र ने यह कदम उठाया था। योगेंद्र गोस्वामी ने 10 सितंबर को दोपहर में सपा कार्यालय के पास पहुंचकर खुद पर ज्वलनशील पदार्थ उड़ेलकर आग लगा ली थी।
तीन दबंग भाई कर रहे थे परेशान
वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने किसी तरह आग बुझाकर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया था। पूछताछ में योगेंद्र ने पुलिस को बताया था कि मोहल्ले के ही तीन दबंग भाइयों दानिश, वसीम व नाजिम ने उनसे छह लाख रुपये उधार लिए थे। रुपये वापस मांगने पर आरोपित गाली गलौज करते थे।
अलीगढ़ पुलिस शिकायत पर भी कोई कार्रवाई नहीं कर रही थी। तंग आकर उन्होंने खुद को आग लगा ली। पुलिस के मुताबिक 26 वर्ष पहले योगेंद्र को आसमां और गुड्डू की मां नूर बानो ने गोद लिया था।
योगेंद्र नूर बानो की सहेली के बेटे थे। आसमां और गुड्डू के उकसाने पर योगेंद्र ने खुद को आग लगाई थी। इंस्पेक्टर गौतमपल्ली रत्नेश सिंह ने बताया कि मामले की विवेचना की जा रही है। साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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