लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे कब होगा शुरू? पीएमओ को भेजे गए लेटर में NHAI ने बता दी डेट
लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस वे मार्च 2026 तक बनकर तैयार हो जाएगा। एनएचएआइ ने पीएमओ को पत्र लिखकर यह जानकारी दी है। ट्रांसमिशन लाइन शिफ्टिंग में देरी के कारण ...और पढ़ें

अंशू दीक्षित, लखनऊ। अब तय हो गया कि लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस वे मार्च 2026 में तैयार कर लिया जाएगा। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) से आए पत्र का जवाब देते हुए बताया है कि मार्च माह में लखनऊ कानपुर एक्सप्रेस वे को उद्घाटन के लिए तैयार कर लिया जाएगा। अपने निर्धारित समय से विलंब से चल रहे लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस वे के प्रोजेक्ट को जुलाई 2025 तक पूरा हो जाना चाहिए था।
तीन माह का ग्रेस पीरियड बताते हुए दावा किया गया कि 31 अक्टूबर 2025 तक हो जाएगा फिर 15 दिसंबर की तिथि मुकर्रर की गई। अब ट्रांसमिशन की लाइन स्थानांतरित न होने के कारण पीएमओ को नई तिथि मार्च 2026 बताई गई है। एनएचएआइ का दावा है कि सिर्फ स्कूटर इंडिया (अब अशोक लेलैंड) के पास गर्डर रखने का काम बाकी है। यहां कार्यदायी संस्था पीएनसी ने बिजली विभाग से 18 से 27 दिसंबर 2025 तक का शटडाउन मांगा है।
पीएनसी शटडाउन लेकर 400 केवीए की हाईटेंशन लाइन को शिफ्ट करने का काम करेगी। इस दौरान लखनऊ-कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर ट्रैफिक भी प्रभावित हो सकता है। एनएचएआइ इस काम को कराने के लिए अगस्त 2025 से प्रयास कर रहा था। पहले से लगे ट्रांसमिशन के मोनोपोल की जांच बेंगलुरु में कराई गई और फिर हापुड़ से मोनोपोल मंगवाने में महीनों लग गए।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के ड्रीम प्रोजेक्टों में शामिल लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस वे के निर्माण कार्य को लेकर कई बार प्रशासन द्वारा नाराजगी भी जताई गई। इस दौरान एनएचएआइ के दो परियोजना निदेशक भी बदल गए। अब तीसरे परियोजना निदेशक को इसे पूरा करने का जिम्मा दिया गया है। प्राधिकरण के अफसरों का दावा है कि मोनोपोल को कंक्रीट से जाम होने के बाद सत्तर दिन का कम से कम समय चाहिए मजबूत होने के लिए। इन सत्तर दिनों में एनएचएआइ को अपने बचे हुए सभी काम पूरे करने होंगे।
एक्सप्रेस वे शुरू होते ही टोल लगने लगेगा
लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस वे शुरू होते ही टोल देना होगा। पूरे 63 किमी. एक्सप्रेस वे पर पहला टोल प्लाजा मीरनपुर पिनवट के पास होगा। दूसरा टोल खंडेदेव पर बनेगा। तीसरा टोल बनी के पास और चौथा टोल उन्नाव-लालगंज के पास पड़ने वाले अमरसास गांव के पास बनाया गया है। अंतिम यानी पांचवां टोल आजाद नगर के पास बना दिया गया है। वार्षिक पास वाले लोग सिर्फ पंद्रह रुपये में सफर कर सकेंगे।
एलीवेटेड रोड के ऊपर से निकल रही है हाईटेंशन लाइन
एलीवेटेड रोड के ऊपर से हाईटेंशन लाइन निकल रही है। प्राधिकरण के अफसरों ने बताया कि एलीवेटेड रोड से सात मीटर ऊपर से यह लाइन निकलेगी। जो भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की गाइडलाइन के हिसाब से ही निकाली जा रही है। एक्सप्रेस वे पर इससे पहले यह हाईटेंशन लाइन सरोजनीनगर में हीरा लाल यादव ला कालेज के पास से निकाली जा चुकी है।
प्रोजेक्ट के विलंब के लिए जिम्मेदार कौन
लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस वे अपने निर्धारित समय से पांच माह विलंब से शुरू होगा। इसके लिए जिम्मेदार कौन है? इसको लेकर भी एनएचएआइ ने मंथन शुरू कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक बंथरा में शिवपुरा के पास रैंप की जमीन लेने में जिला प्रशासन को काफी समय लगा।
अभी भी यहां रहने वाले लोग अपने मकान का हिस्सा गिराने के एवज में मुआवजा मांग रहे हैं। यहां थोड़ा काम होना अभी बाकी है। करीब तीन से चार माह काम रुका रहा। वहीं कार्यदायी संस्था पीएनसी ट्रांसमिशन लाइन को शिफ्ट करवाने में पीछे रहा। कुल मिलाकर एनएचएआइ, जिला प्रशासन व कार्यदायी संस्था किसकी सुस्त चाल रही, उस पर भी प्रोजेक्ट के बाद मंथन तेज होगा।
मार्च 2026 में लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस वे को शुरू करने की तैयारी है। अभी तक जो विलंब हुआ, वह मोनोपाेल व ट्रांसमिशन की लाइन शिफ्टिंग के कारण हुआ है। 18 से 27 दिसंबर के बीच शटडाउन लेकर यह काम भी किया जा रहा है। कंक्रीट को मजबूत होने में दो माह का कम से कम समय चाहिए। इस दौरान फिनिशिंग के सारे काम भी कर लिए जाएंगे। -नकुल वर्मा, परियोजना निदेशक, एनएचएआइ, लखनऊ।

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