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    UP Weather Update: लखनऊ समेत 30 जिलों में आज गरज-चमक संग वज्रपात की आशंका, IMD ने जारी की चेतावनी

    Updated: Wed, 28 May 2025 07:08 AM (IST)

    लखनऊ और आसपास के जिलों में अगले दो दिनों तक मौसम सामान्य रहने की संभावना है। पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लगभग 30 जिलों में गरज के साथ बिजली गिरन ...और पढ़ें

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    लखनऊ व आसपास के जिलों में दो दिनों तक सामान्य रहेगा मौसम। जागरण

    जागरण संवाददाता, लखनऊ। पूर्वी व पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 30 जिलों के आस-पास बुधवार को गरज-चमक के साथ वज्रपात की आशंका है। कई जिलों में झोंकेदार हवाएं चलने की संभावना है। लखनऊ व इसके निकट के जिलों में दो दिनों तक मौसम में विशेष परिवर्तन नहीं होगा। मतलब बदली के साथ धूप का भी असर बना रहेगा।

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    मौसम विज्ञानी डा. अतुल कुमार सिंह ने बताया कि सोनभद्र, चंदौली, गाजीपुर, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संतकबीरनगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, फर्रुखाबाद, मथुरा, हाथरस, कासगंज, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, बदायूं एवं आसपास के इलाकों में मेघगर्जन के साथ वज्रपात की आशंका है। सोनभद्र, चंदौली, गाजीपुर, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संतकबीरनगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, फरुखाबाद, मथुरा, हाथरस, कासगंज, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, बदायूं एवं आसपास के इलाकों में झोंकेदार हवा चलेगी।

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    इसकी गति 30-40 किलोमीटर प्रतिघंटा रह सकती है। मंगलवार को प्रदेश में अधिकतम तापमान झांसी में सर्वाधिक 41.6 डिग्री सेल्सियस, जबकि उरई में 41 डिग्री सेल्सियस रहा। प्रदेश में न्यूनतम तापमान इटावा में सबसे कम 24.4 डिग्री सेल्सियस रहा। लखनऊ का अधिकतम तापमान 37.9 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 27.2 डिग्री सेल्सियस रहा।

    अच्छी बारिश के आसार

    मौसम विभाग के अनुसार वर्षा ऋतु में पूर्वी उत्तर प्रदेश में 799 मिमी यानी सामान्य से 110 प्रतिशत बारिश होगी। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 672 मिमी यानी सामान्य से 112 प्रतिशत बरसात होगी। औसत प्रादेशिक वर्षा सामान्य से 10-12 प्रतिशत अधिक रहने की संभावना है। जून में औसत प्रादेशिक वर्षा सामान्य से अधिक होने के कारण अधिकतम तापमान सामान्य से कम रहेगा। ऐसे में प्रदेश में लू के दिनों की संख्या कम होगी।