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    IIRF रैंकिंग 2025 में Lucknow University को मिली बड़ी कामयाबी, विधि संकाय 25वें स्थान पर

    Updated: Thu, 03 Apr 2025 04:16 PM (IST)

    लखनऊ विश्वविद्यालय के विधि संकाय ने इंडियन इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (आइआइआरएफ) 2025 में शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत के सरकारी विधि महाविद्याल ...और पढ़ें

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    आइआइआरएफ रैंकिंग में लखनऊ विश्वविद्यालय का विधि संकाय 25 वें स्थान पर। (तस्वीर जागरण)

    जागरण संवाददाता,लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय के विधि संकाय ने इंडियन इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (आइआइआरएफ) 2025 में शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत के सरकारी विधि महाविद्यालयों में 25वां स्थान प्राप्त किया है। यह पिछले वर्ष की 32वीं रैंक से उल्लेखनीय सुधार है।

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    इस उपलब्धि को विश्वविद्यालय की शैक्षणिक गुणवत्ता, शोध कार्यों और व्यावहारिक विधि शिक्षा में लगातार हो रहे सुधारों से जोड़कर देखा जा रहा है। यह रैंकिंग भारत में उच्च शिक्षण संस्थानों की एक प्रतिष्ठित रैंकिंग प्रणाली है, जिसे एजुकेशन पोस्ट द्वारा शिक्षाविदों, उद्योग विशेषज्ञों और शोधकर्ताओं के सहयोग से तैयार किया जाता है। इसका मूल्यांकन सात प्रमुख मानकों के आधार पर किया जाता है।

    इसमें शिक्षण एवं अधिगम संसाधन, अनुसंधान एवं नवाचार, उद्योग इंटरफेस एवं प्लेसमेंट, प्लेसमेंट रणनीति एवं समर्थन,अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण,बुनियादी ढांचा एवं सुविधाएं, धारणा एवं प्रशासन शामिल है। लखनऊ विश्वविद्यालय ने शोध कार्यों, छात्र प्लेसमेंट और शिक्षण गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार किया है, जिससे उसकी रैंकिंग में यह महत्वपूर्ण वृद्धि दर्ज हुई है।

    विधि संकाय के अध्यक्ष प्रो. बीडी सिंह ने इस सफलता का श्रेय शिक्षकों, शोधकर्ताओं और छात्रों के सामूहिक प्रयासों को दिया। उन्होंने कहा कि संकाय ने पाठ्यक्रम को आधुनिक बनाया है, शोध कार्यों को प्रोत्साहित किया है और व्यावहारिक विधि शिक्षा को बढ़ावा दिया है, जिससे छात्रों की क्षमता में वृद्धि हुई है।

    उन्होंने कहा कि यह रैंकिंग केवल एक शुरुआत है और आगे भी सुधार की दिशा में निरंतर प्रयास किए जाएंगे। कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने इस उपलब्धि पर खुशी जताते हुए कहा कि यह सफलता हमारे शिक्षकों, शोधकर्ताओं और छात्रों की कड़ी मेहनत का परिणाम है।

    हम विधि शिक्षा में गुणवत्ता, शोध कार्य और आधुनिक शिक्षण विधियों को लगातार बढ़ावा दे रहे हैं, जिससे यह प्रगति संभव हुई है। विश्वविद्यालय भविष्य में भी विधि शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छूने के लिए प्रयासरत रहेगा।

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