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    Lucknow university: क्यूएस रैंकिंग में मिली जगह, UP से सिर्फ यही राज्य विश्वविद्यालय रैंकिंग सूची में शामिल

    By Vrinda SrivastavaEdited By:
    Updated: Wed, 09 Nov 2022 12:51 PM (IST)

    रैंकिंग सूची में लखनऊ विश्वविद्यालय को 65-700 के बैंड में स्थान मिला है। यह उपलब्धि उसे लगातार दूसरे वर्ष मिली है। इसके अलावा बीएचयू और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी शामिल है। उत्तर प्रदेश से सिर्फ यही राज्य विश्वविद्यालय रैंकिंग सूची में शामिल हुए हैं।

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    क्यूएस यूनिवर्सिटी रैंकिंग में लखनऊ विश्वविद्यालय को दोबारा मिली जगह।

    लखनऊ, जागरण संवाददाता। लखनऊ विश्वविद्यालय ने एक बार फिर क्यूएस यूनिवर्सिटी रैंकिंग फार एशिया-2023 की जारी रैंकिंग सूची में अपनी जगह बनाई है। प्रतिष्ठित और विशिष्ट सूची में स्थान पाने वाला उत्तर प्रदेश का एकमात्र राज्य विश्वविद्यालय बन गया है। रैंकिंग सूची में लखनऊ विश्वविद्यालय को 65-700 के बैंड में स्थान मिला है। यह उपलब्धि उसे लगातार दूसरे वर्ष मिली है। इसके अलावा बीएचयू और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी शामिल है।

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    लखनऊ विश्वविद्यालय की अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. पूनम टंडन ने बताया कि क्यूएस क्वाक्वरेली सायमंड्स वैश्विक उच्च शिक्षा क्षेत्र और दुनिया के सबसे बड़े विश्वविद्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों की रैंकिंग करने वाली दुनिया की अग्रणी एजेंसी है। विश्वविद्यालयों के प्रदर्शन के तुलनात्मक डेटा के आधार पर मूल्यांकन करती है, जिससे छात्रों और संस्थानों को प्रभावी दिशा-निर्देशन प्राप्त होता है। प्रो. पूनम टंडन ने बताया कि रैंकिंग में 119 भारतीय विश्वविद्यालय ही शामिल हैं जो एशियाई विश्वविद्यालय रैंकिंग 2023 की रैंकिंग सूची में स्थान पर सके हैं। देश भर से केवल 20 विश्वविद्यालय ही स्थान मिला।

    ये हैं मूल्यांकन के मानक : शैक्षणिक और नियोक्ता मान्यता, अनुसंधान, संसाधनों और अंतर्राष्ट्रीयकरण के आधार पर क्षेत्र के संस्थानों का मूल्यांकन करते हुए इस वर्ष की एशिया रैंकिंग अब तक की सबसे बड़ी है। इसमें 760 विश्वविद्यालय शामिल हैं। जबकि 2022 रैंकिंग में 687 विश्वविद्यालय शामिल थे। क्यूएस एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग 11 संकेतकों का उपयोग करके हर साल एशिया के शीर्ष विश्वविद्यालयों का चयन करती है।

    इन सूचकांकों मे शैक्षणिक प्रतिष्ठा (30 प्रतिशत), नियोक्ता प्रतिष्ठा (20 प्रतिशत), संकाय/छात्र अनुपात (10 प्रतिशत), अंतर्राष्ट्रीय अनुसंधान नेटवर्क (10 प्रतिशत), प्रशस्ति पत्र प्रति पेपर (10 प्रतिशत) और पेपर प्रति संकाय (5 प्रतिशत), पीएचडी वाले कर्मचारी (5 प्रतिशत), अंतर्राष्ट्रीय संकाय (2.5 प्रतिशत) और अंतर्राष्ट्रीय छात्रों का अनुपात (2.5 प्रतिशत), इनबाउंड एक्सचेंज छात्रों का अनुपात (2.5 प्रतिशत) और आउटबाउंड एक्सचेंज छात्रों का अनुपात (2.5 प्रतिशत) शामिल है ।

    कुलपति ने सराहा : लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने विश्वविद्यालय में शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने और आने वाले समय में इसे और उच्च स्तर पर ले जाने के लिए दृढ प्रतिबद्धता भी व्यक्त की। उन्होंने विश्वविद्यालय को शीर्ष रैंकिंग वाले वैश्विक उच्च शिक्षा संस्थानों में स्थान देने और इसकी दृश्यता बढ़ाने के लिए छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों सहित सभी हितधारकों के प्रयास की सराहना की। यह विश्वविद्यालय को अंतर्राष्ट्रीय पटल पर लाने, डिजिटल विश्वविद्यालय एवं विश्वविद्यालय की एनईपी 2020 समेत अन्य संबंधित कार्य योजनाओं के क्रियान्वयन के द्वार खोलेगा।