कोहरे में ट्रेनों के लेट होने पर देना पड़ रहा शुल्क, इंतजार करने के लिए भी लगेंगे पैसे? रेलवे ने किया बड़ा बदलाव
लखनऊ में ट्रेनों की लेटलतीफी यात्रियों पर भारी पड़ रही है, क्योंकि रेलवे स्टेशनों पर मुफ्त प्रतीक्षालय अब शुल्क वाले हो गए हैं। यात्रियों को 20 रुपये ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, लखनऊ। इंदिरानगर निवासी अपूर्व पांडेय को बुधवार को ट्रेन 13006 अमृतसर-हावड़ा पंजाब मेल से पटना जाना था। परिवार के तीन अन्य सदस्यों के साथ जब वह घर स्टेशन पहुंचे तो ट्रेन एक घंटा लेट थी। जिस एसी प्रतीक्षालय में वह पिछले साल तक निश्शुल्क बैठते थे, वहां पहुंचने पर पता चला कि 20 रुपये प्रति घंटे की दर से अब शुल्क लगेगा। वह इंतजार करते रहे और पंजाब मेल 2:35 घंटे की देरी से आयी। इतनी देर इंतजार के लिए उनको 60 रुपये प्रति यात्री की दर से 240 रुपये का भुगतान करना पड़ा।
ट्रेनों की लेट लतीफी अपूर्ण पांडेय की तरह ही कई यात्रियों की जेब पर भी भारी पड़ रही है। प्रतीक्षालयों की व्यवस्था समाप्त हो गई है। उनके स्थान पर निजी फर्म को टेंडर देकर 20 रुपये प्रति यात्री प्रति घंटे की दर से यह सुविधा अब दी जा रही है। रेलवे ने यह ठेका पांच साल के लिए दे दिया है। निजी फर्म को लाभ पहुंचाने के लिए महिला प्रतीक्षालय पर ताला लटका दिया गया है।
कोहरे में ट्रेनें मौसम के कारण तो लेट हो रही हैं, रेलवे की लापरवाही से प्लेटफार्म न मिलने से भी वह आउटर पर एक से डेढ़ घंटे तक खड़ी हो रही हैं। ट्रेनों की देरी के साथ ही यात्री के प्रतीक्षालय के शुल्क का मीटर भी बढ़ रहा है। ठिठुरने से बचने के लिए यात्री इन पेड प्रतीक्षालयों में बैठने को मजबूर हैं।
ऐसा इसलिए क्योंकि रेलवे ने अपने महत्वपूर्ण लखनऊ स्टेशन पर यात्रियों के लिए पर्याप्त कवर शेड की व्यवस्था ही नहीं की है। जिस आठ व नौ नंबर प्लेटफार्म से वाराणसी इंटरसिटी और प्रयागराज वंदे भारत एक्सप्रेस सहित कई ट्रेनें रवाना होती हैं, उन प्लेटफार्मों पर 80 प्रतिशत हिस्से में कवर शेड ही नहीं हैँ। यात्री खुले में लगी बेंच पर बैठकर ट्रेनों का इंतजार करते हैं।
प्लेटफार्म दो से लेकर सात तक भी बाराबंकी और कानपुर छोर पर प्लेटफार्म पूरी तरह शेड से कवर ही नहीं हैँ।लखनऊ स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर इस समय एक भी शौचालय नहीं है। ऐसे में यात्रियों काे मजबूरी में इस प्रतीक्षालय का सहारा लेना पड़ रहा है। लखनऊ जंक्शन पर तो सेकेंड क्लास यात्री प्रतीक्षालय निश्शुल्क है। परिसर में यात्रियों के बैठकर इंतजार करने के लिए भी कुर्सियां लगी हैं। हालांकि यहां का एक्जक्यूटिव क्लास का प्रतीक्षालय अब बंद हो गया है।
सात घंटे देरी से आयी श्रमजीवी एक्सप्रेस
कोहरे के कारण ट्रेनों का संचालन बुधवार को बुरी तरह प्रभावित हुई। शताब्दी एक्सप्रेस की स्थिति में बुधवार को बहुत सुधार हुआ। हालांकि मंगलवार रात नई दिल्ली से आने वाली श्रमजीवी एक्सप्रेस सात घंटे की देरी से आयी। मंगलवार रात 9:05 बजे लखनऊ आने वाली नई दिल्ली-बनारस काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस बुधवार सुबह 7:23 बजे 10:18 घंटे की देरी से आयी।
दो दर्जन से अधिक ट्रेनों पर कोहरे का असर पड़ा।
देर से आयीं यह ट्रेनें
- 12238 बेगमपुरा एक्सप्रेस 1:30
- 13010 दून एक्सप्रेस 2:51
- 12392 श्रमजीवी एक्सप्रेस 7:01
- 12232 चंडीगढ़-लखनऊ सुपरफास्ट 3:36
- 13152 जम्मूतवी-कोलकाता एक्सप्रेस 1:36
- 12230 लखनऊ मेल 2:06
- 12430 नई दिल्ली-लखनऊ एसी एक्सप्रेस 2:00
- 12556 गोरखधाम एक्सप्रेस 4:32
तीन उड़ानें निरस्त, कई प्रभावित
चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर बुधवार को भी कई उड़ाने प्रभावित हुईं। बुधवार को तीन उड़ानें निरस्त हो गईं। बुधवार को बेंगलुरु से आने वाली उड़ान 6ई- 903, लखनऊ से सुबह 6:05 बजे दिल्ली जाने वाली उड़ान 6ई- 2108 और रात 10:45 बजे की लखनऊ से बेंगलुरु की उड़ान 6ई- 906 को भी निरस्त कर दिया गया। दम्माम से सुबह 5:45 बजे आने वाली उड़ान एक्सवाई- 896 दोपहर 1:30 बजे आयी।
सुबह 7:10 बजे दिल्ली से आने वाली एयर इंडिया की उड़ान एआइ- 2499 लखनऊ 9:30 बजे,रियाद से सुबह 7:45 बजे आने वाली उड़ान एक्सवाइ- 333 दोपहर 1:30 बजे, हैदराबाद से आने वाली 6ई-453 दोपहर 1:55 की जगह शाम 4:50 बजे आयी। सुबह 6:15 बजे दम्माम जाने वाली उड़ान एक्सवाइ- 897 दोपहर 2:05 बजे रवाना हुई। सुबह 8:05 बजे रियाद जाने वाली उड़ान एक्सवाइ- 334 दोपहर 2:10 बजे उड़ान भर सकी।

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