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    राजधानी लखनऊ में पनाह के बाद शहरों से संपर्क करते थे आतंकी, 2005 से अब तक हो चुके हैं 8 Terror Attack

    Updated: Mon, 10 Nov 2025 10:39 PM (IST)

    लखनऊ में आतंकियों के छिपकर और वहां से शहरों में संपर्क करके हमला करते हैं। 2005 से अब तक यहां 8 आतंकी हमले हो चुके हैं। सुरक्षा एजेंसियां इस तरह के मामलों को लेकर हमेशा सतर्क रहती हैं और आतंकी नेटवर्क का पता लगाने की कोशिश करती रहती हैं।

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    जागरण संवाददाता, लखनऊ। राजधानी से भी कई आतंकियों को पकड़ा जा चुका है। यहां पनाह लेकर वे अपने नेटवर्क को प्रदेश के दूसरे शहरों में बढ़ाते है। हालात यह है कि वर्ष 2005 से अबतक आठ आतंकी घटनाएं हो चुकी है। अबतक देखा गया है कि लखनऊ से अन्य शहरों में उन्हें पहुंचना आसान हो जाता है। ऐसे में एटीएस ने एक बार फिर मुजाहिदीन आर्मी बनाकर हिंसक जिहाद का मंसूबा रखने वाले चार को गिरफ्तार किया है।

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    लखनऊ के काकोरी क्षेत्र स्थित हाजी कालोनी में आतंकवाद निरोधक दस्ता (ATS) ने आठ मार्च 2017 को आईएसआई से जुड़े आतंकी सैफुल्ला को मार गिराया था। कानपुर का निवासी सैफुल्ला यहां किराये के मकान में अपना ठिकाना बनाए था। उसके कमरे से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद हुआ था। बाद में एटीएस ने प्रदेश में सक्रिय उसके कई साथियों को भी दबोचा था।

    12 अगस्त, 2008 को एसटीएफ ने जमात-उल-मुजाहिद्दीन के आतंकी मु. मसरूर को लखनऊ से गिरफ्तार किया था। मसरूर यहां चारबाग स्थित रेलवे क्वार्टर में छिपकर रहता था और लालबाग स्थित शीशे के शोरूम में नाम बदलकर काम कर रहा था।

    कुछ वर्ष पूर्व एटीएस ने एक आतंकी संगठन को असलहे सप्लाई करने के आरोप में माडल हाउस निवासी इजहार खान को पकड़ा था। तब पुलिस ने आरोपित इजहार के कैसरबाग व अमीनाबाद क्षेत्र के निवासी एक दर्जन साथियों व मददगारों को चिन्हित करने का दावा भी किया था।

    इससे पूर्व सितंबर 2007 में एटीएस ने सिमी के सक्रिय सदस्य शहबाज अहमद को पकड़ा था, जो यहां मौलवीगंज क्षेत्र में एक एजेंसी का संचालन करता था। आरोपित शहबाज का नाम जयपुर में हुए बम धमाके में सामने आया था। ऐसे ही वर्ष 2006 में कैंट क्षेत्र में पकड़ा गया आईएसआई एजेंट लारेब खान यहां आइटी चौराहे के पास एक प्लेसमेंट एजेंसी का संचालन कर रहा था। बीते कई

    वर्षों में लखनऊ से कई आइएसआइ एजेंट व आतंकी पकड़े जा चुके हैं। ऐसी हर घटना के बाद खुफिया एजेंसियां लंबी छानबीन भी करती रही हैं, लेकिन राजधानी से उनका नेटवर्क पूरी तरह से कभी तोड़ा नहीं जा सका है।

    लखनऊ में पकड़े गए अन्य आतंकी

    • 21 मई 200- एसटीएफ ने लश्कर-ए-तोयबा के सदस्य सादात रशीद व इरफान को पकड़ा।
    • 28 दिसंबर 2006- कैसरबाग में आईएसआई एजेंट अब्दुल शकूर व अदील पकड़े गए।
    • 23 जून 2007- हूजी का एरिया कमांडर बाबू भाई व उसका साथी नौशाद पकड़ा गया था।
    • 27 जुलाई 2007- इंडस्ट्रियल एरिया से आतंकी नूर इस्लाम की निशानदेही पर आरडीएक्स व डेटोनेटर बरामद हुए थे।
    • 16 नवंबर 2007- एसटीएफ ने जैश-ए-मुहम्मद के तीन आतंकियों को पकड़ा था।
    • 16 नवंबर 2009- पुलिस ने पुराने लखनऊ से पाकिस्तान के जासूस आमिर अली को पकड़ा था।