लखनऊ में शहीद पथ की 37 KM सर्विस लेन निर्माण का काम शुरू, 40 करोड़ होंगे खर्च; लाखों लोगों को होगा फायदा
लखनऊ में शहीद पथ की 37 किलोमीटर लंबी सर्विस लेन का निर्माण लोक निर्माण विभाग ने शुरू कर दिया है। अयोध्या रोड से कानपुर रोड तक बन रही इस सड़क पर करीब 40 करोड़ रुपये खर्च होंगे। सड़क जर्जर होने से लाखों लोगों को परेशानी हो रही थी। दो महीने में काम पूरा होने की उम्मीद है, जिससे वाहन चालकों को राहत मिलेगी।

शहीद पथ से गोमती नगर के विभूति खंड की ओर जाने वाली सर्विस लेन का निर्माण होता हुआ।
जागरण संवाददाता, लखनऊ। शहीद पथ की सर्विस लेन जाे बरसात में जर्जर हो गई थी। उसे बनाने का काम लोक निर्माण विभाग ने शुरू कर दिया है। अयोध्या रोड से कानपुर रोड तक इसे बनाने का काम किया जा रहा है। करीब 37 किलोमीटर की सर्विस लेन बनाई जा रही है। इसे बनाने में करीब 40 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। सड़क जर्जर होने से लाखों लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही थी।
लोक निर्माण विभाग का प्रांतीय निर्माण खंड एक के अधिशासी अभियंता सत्येन्द्र नाथ के मुताबिक दो माह में सर्विस लेन की सड़क का काम पूरा कर दिया जाएगा। उनके मुताबिक ट्रैफिक शहीद पथ पर चौबीसों घंटे रहता है लेकिन रात में ट्रैफिक आधा से भी कम हो जाता है। इसलिए अधिकांश काम रात में किया जा रहा है। अयोध्या रोड, विभूति खंड के पास की सर्विस लेन जो सबमिट बिल्डिंग के पास उतरी हैं, उन सर्विस लेन सड़कों को बना दिया गया है।
शहीद पथ से गोमती नगर विस्तार, इकाना स्टेडियम, सुलतानपुर रोड, मेदांता, अवध शिल्प ग्राम, वृंदावन कालोनी, रायबरेली रोड, रमाबाई रैली स्थल, कानपुर रोड स्थित सर्विस लेन की मरम्मत करके नए सिरे से सड़क बनाने के लिए काम तेज किया है। सड़क जर्जर होने से हल्के व भारी वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। यहीं नहीं सड़क की बजरी उखड़ जाने से धूल भी उड़ रही थी।
इस प्रोजेक्ट की स्वीकृति मिलने के बाद काम तेज हो गया है। कोई सर्विस लेन छह सौ मीटर है तो कही सवा किमी. लंबी हैं। चरणबद्ध तरीके से सड़क का निर्माण कार्य किया जा रहा है।
लोक निर्माण विभाग के अभियंताओं के मुताबिक कानपुर रोड से अयोध्या रोड तक बने 23 किलोमीटर शहीद पथ की सड़क अभी ठीक है। जो छोटे मोटे गड्ढे थे, उनका पैचवर्क बीच-बीच में किया जाता रहता है। बता दें कि शहीद पथ पहले भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण देखता था, लेकिन अब लोक निर्माण विभाग इसकी देखरेख करता है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।