लखनऊ में खुले नाले में गिरने से रिक्शा चालक की मौत, नगर निगम पर लापरवाही का आरोप
लखनऊ में नगर निगम के अफसरों की लापरवाही से एक और व्यक्ति की खुले नाले में गिरने से मौत हो गई। बुधवार सुबह रिंग रोड पर रिक्शा चालक काम्पलेक्स के सामने ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, लखनऊ। नगर निगम के अफसरों की लापरवाही से एक और बेगुनाह की खुले नाले में गिरने से मौत हो गई। बुधवार की सुबह रिंग रोड पर रिक्शा चालक काम्पलेक्स के सामने बनी दीवार तोड़ते हुए रिक्शा समेत नाले में जा गिरा। काफी देर तक वह नाले में ही पड़ा रहा।
राहगीरों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने उसे नाले से बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। स्थानीय लोगों ने नगर निगम पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। इससे पहले भी शहर में खुले नालों में गिरने से कई लोगों की मौत हो चुकी है।
कंचना बिहारी मार्ग के सीमांत नगर निवासी 55 वर्षीय लखन कश्यप घर के पास ही एक निजी स्कूल में रिक्शा चलाते थे। बुधवार की सुबह वह घर से स्कूल के लिए निकले थे। सुबह 6:09 बजे रिक्शा समेत वह रिंग रोड स्थित लवकुश मार्बल के पास खुले नाले में जा गिरे।
इस कड़ाके की ठंड में काफी देर तक वह नाले में ही पड़े रहे। कुछ लोग सड़क किनारे पहुंचे तो उन्हें घटना की जानकारी हुई। इसके बाद सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची गुडंबा पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद लखन को बाहर निकालकर अचेत अवस्था में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गुडंबा पहुंचाया।
अस्पताल में चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। गुडंबा इंस्पेक्टर प्रभातेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि परिवार की तरफ से अभी तक कोई तहरीर नहीं मिली है। आसपास लगे सीसी कैमरे की फुटेज की मदद से छानबीन की जा रही है।
घटना का वीडियो प्रसारित
इस घटना का एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुआ है। इसमें दिख रहा है कि रिक्शा तेज रफ्तार में काम्प्लेक्स की दीवार से टकरा गया है। दीवार तोड़ने के बाद रिक्शा और उसका चालक खुले नाले में जा गिरा।
घटना के वक्त आसपास काफी अंधेरा भी था। कुछ लोगों का कहना है कि अज्ञात वाहन की टक्कर के बाद रिक्शा खुले नाले में जा गिरा। हालांकि, पुलिस ने टक्कर की बात से इन्कार किया है।
नगर निगम पर लापरवाही के आरोप
स्थानीय लोगों ने मौके पर पहुंचकर घटना को लेकर विरोध जताया है। उन्होंने नगर निगम जोन-सात में तैनात अधिकारियों पर भी लापरवाही के आरोप लगाए हैं। लोगों ने बताया कि कई बार नाला बंद करवाने की मांग की गई लेकिन किसी ने गंभीरता से नहीं लिया। अगर नाला बंद होता तो शायद यह घटना नहीं होती।
पहले भी हुई हैं घटनाएं
- 13 जुलाई 2025- ठाकुरगंज में मंजू टंडन ढाल के पास नाले में बहने से मजदूर सुरेश लोधी की मौत।
- दो अगस्त 2025- कुंडरी रकाबगंज में खुले नाले में गिरा स्कूल से लौट रहा बच्चा, लोगों ने बचाया।
- 17 सितंबर 2025- हैदर कैनाल में गिरा सात वर्षीय वीर, मौत।

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