मौसम में आए बदलाव से इस सब्जी में बढ़ी झुलसा रोग की संभावना, पत्तियों का बदल रहा रंग
लखनऊ में मौसम बदलने से आलू की फसल में झुलसा रोग का खतरा बढ़ गया है। कृषि विशेषज्ञ किसानों को आलू, टमाटर और बैंगन की फसलों पर निगरानी रखने और सिंचाई कर ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, लखनऊ। ठंड बढ़ने के साथ ही फसलों पर भी इसका प्रभाव पड़ने की संभावना भी बढ़ती जा रही है। पिछले चार दिनों ने कोहरा पड़ने से आलू के साथ में टमाटर, बैंगन, सरसो, मटर,व मिर्च की फसलों पर प्रभाव पड़ने संभावना भी बढ़ने लगी है। आलू की फसल बहुत तेजी से प्रभावित हो रही है।
कृषि विशेषज्ञ डा.सत्येंद्र कुमार सिंह ने बताया कि आलू, बैंगन व टमाटर की फसल पर झुलसा रोग लगने से पहले ही किसान सुरक्षा का ध्यान रखें। जिन किसानों ने आलू की सिंचाई नहीं की है निरंतर हल्की सिंचाई करते रहें। यदि आलू की पत्तियों पर भूरे रंग के चिह्न दिखाई दे और टिशु हल्की हो जाएं तो यह झुलसा रोग की शुरुआत है।
मेटालैक्सिल आठ प्रतिशत और मैकोंजेब 64 प्रतिशत फफूंदी नाशक की तीन ग्राम मात्रा को एक लीटर पानी की दर से घोल बनाकर आलू की फसल पर छिड़काव करने से इस बीमारी से बचा जा सकता है। मवेशियों को गर्म पानी पिलाएं और खाने में गुड़ और नमक की मात्रा बढ़ाएं। दुधारू पशुओं को गीला चारा बिल्कुल न खिलाएं।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।