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    मुख्तार अंसारी के कब्जे से खाली कराई गई जमीन पर बने फ्लैटों का फर्जी आवंटन, LDA ने दर्ज कराई FIR

    Updated: Tue, 02 Sep 2025 10:49 PM (IST)

    लखनऊ में प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। जालसाजों ने बसंतकुंज योजना में 18 लोगों से 26 लाख से अधिक रुपये ठगे और फर्जी आवंटन पत्र थमा दिए। डालीबाग में भी जाली आवंटन पत्र बनवाए गए। एलडीए ने गोमती नगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है और लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।

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    मुख्तार अंसारी के कब्जे से खाली गई जमीन पर बने फ्लैटों का फर्जी आवंटन।

    जागरण संवाददाता, लखनऊ। माफिया रहे मुख्तार अंसारी से खाली कराई गई डालीबाग में सरकारी जमीन पर बने प्रधानमंत्री आवास योजना में बने फ्लैटों को आवंटित कराने के नाम पर फर्जीवाड़ा सामने आया है।

    जालसाज ने भवन का जाली आवंटन पत्र व पंजीकरण चालान फर्जी तरीके से बनवा लिया। ऐसे ही बसंतकुंज योजना में जालसाज ने खुद को एलडीए का कर्मचारी बताकर 18 लोगों से 26 लाख 40 हजार रुपये ऐंठे और उन्हें प्रधानमंत्री आवास का फर्जी आवंटन प्रमाण पत्र थमा दिया।

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    आवास का कब्जा न मिलने पर पीड़ितों ने एलडीए कार्यालय में संपर्क किया तब प्रकरण का खुलासा हुआ। एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार के आदेश पर संपत्ति विभाग की ओर से गोमती नगर थाने में एफआइआर दर्ज कराई जा रही है।

    जन समस्या निवारण संस्थान के चेयरमैन आलोक दुबे द्वारा पत्र के माध्यम से सूचित किया गया कि अभिषेक, खालिद व राकेश यादव समेत 18 लोगों से प्रधानमंत्री आवास दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी की गई है। पीड़ितों के मुताबिक अनवर नाम के व्यक्ति ने उन लोगों का परिचय मदेयगंज के अलीनगर निवासी मोहम्मद तालिब से कराया।

    तालिब को एलडीए का प्रशासनिक अधिकारी बताकर समझाया कि बसंतकुंज योजना में प्रधानमंत्री आवास यह दिला देंगे। शिकायत मिलने पर एलडीए उपाध्यक्ष ने पूरे प्रकरण की जांच कराई। पता चला कि मोहम्मद तालिब नाम का कोई भी कर्मचारी प्राधिकरण में कार्यरत नहीं है।

    पीड़ितों द्वारा प्रस्तुत रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र समेत सभी दस्तावेज जांच में फर्जी पाए गए। प्रधानमंत्री आवास योजना के प्रभारी उप सचिव अतुल कृष्ण सिंह ने बताया कि इस मामले में गोमती नगर थाने मेें एफआइआर दर्ज कराने के लिए तहरीर दे दी गई है।

    झांसे में आकर जमा किया 26 लाख 50 हजार

    मोहम्मद तालिब ने प्रति व्यक्ति 55,000 रुपये जमा करने को कहा, ताकि मकान का रजिस्ट्रेशन प्रमाणपत्र दिया जाए। उसके बाद 1,10,000 की अगली किस्त देने पर एलडीए द्वारा आवंटित आवास की बकाया धनराशि की किस्तों का एग्रीमेंट करते हुए मकान का कब्जा दिया जाएगा।

    सभी बकाया किश्तों की अदायगी पर आवंटियों के पक्ष में मकान की रजिस्ट्री होगी। पीड़ितों के मुताबिक उन लोगों ने बहकावे में आकर तालिब के बताए बैंक खाते में यूपीआइ के माध्यम से नौ लाख 90 हजार रुपये जमा कर दिया, जिसके बाद उसने 15 लोगों को प्रधानमंत्री आवास का रजिस्ट्रेशन प्रमाणपत्र दिया।

    इसके बाद 15 लोगों से मकान की अगली किस्त के नाम पर प्रति व्यक्ति 1,10,000 की दर से कुल 16 लाख 50 हजार रुपये और ऐंठ लिये। रुपये लेने के बाद तालिब ने न तो किसी के पक्ष में भवन का एग्रीमेंट कराया और न ही मकान का भौतिक कब्जा दिलाया। पीड़ितों के मुताबिक मकान के बारे में पूछने पर तालिब हर बार आनाकानी करने लगा।

    पंजीकरण खुला नहीं, बना दिया आवंटन पत्र

    एलडीए की ओर से डालीबाग में निर्मित किये जा रहे 72 ईडब्ल्यूएस भवनों का पंजीकरण अभी खोला नहीं गया है। जालसाज इस योजना में भी भवन आवंटित कराने के नाम पर धोखाधड़ी कर रहे हैं।

    हजरतगंज में वीआइपी गेस्ट हाउस के पास झुग्गी में रहने वाले राहुल धानुक के नाम से भवन का जाली आवंटन पत्र व पंजीकरण चालान फर्जी तरीके से बनवाया गया है। उप सचिव ने बताया कि मामला संज्ञान में आने पर राहुल धानुक व अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जा रही है।

    लॉटरी से ही मिलते भवन गुमराह न हों लोग

    एलडीए उपाध्यक्ष ने लोगों से अपील किया है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के मकान आवंटित कराने को लेकर किसी भी बाहरी व्यक्ति की बात पर विश्वास न करें। प्राधिकरण आवेदकों की उपस्थिति में लाटरी के माध्यम से भवनों का आवंटन करता है।

    अन्य किसी भी प्रकार से भवन आवंटित करने की कोई प्रक्रिया नहीं है। एलडीए में प्रधानमंत्री आवास योजना से संबंधित प्रकरणों के लिए पीएमएवाइ सेल गठित है, जिसका कार्यालय प्राधिकरण भवन की नई बिल्डिंग के भूतल पर बना है। योजना से संबंधित जानकारी के लिए सेल के कार्यालय में संपर्क किया जा सकता है।