हाईवे पर बस से धड़ाधड़ कूदने लगी सवारियां, अचानक मची अफरातफरी… सामने आई वजह तो हैरान रह गए लोग
लखनऊ के शहीद पथ पर बिहार से दिल्ली जा रही एक निजी बस में अचानक चिंगारी उठने से अफरा-तफरी मच गई। बस में सवार 68 यात्रियों ने खिड़की-दरवाजों से कूदकर अपनी जान बचाई। घटना के बाद यात्री रात भर भूखे-प्यासे सड़क पर फंसे रहे। बस मीरजापुर जिले में पंजीकृत है और उसकी हालत खस्ता थी।

जागरण संवाददाता, लखनऊ। शहीद पथ पर शनिवार देर रात बिहार से दिल्ली जा रही एक निजी बस फिर बर्निंग बस बनने के मुहाने पर पहुंच गई। चलती बस में अचानक चिंगारी उठी और कुछ ही देर में धुआं भर गया।
बस में सवार 68 महिलाओं व बच्चों ने खिड़की-दरवाजों से कूदकर जैसे-तैसे जान बचाई। गनीमत रही कि समय रहते सभी सुरक्षित निकल आए और बड़ा हादसा टल गया, क्योंकि तेज रफ्तार में चल रही बस अचानक बीच सड़क पर बंद हो गई थी।
यह है पूरा मामला
बिहार प्रांत के घाटा से दिल्ली जा रही निजी बस संख्या यूपी 63 एटी 2539 में शनिवार रात दो बजे शहीद पथ पर उतरेटिया स्टेशन के पास अचानक चिंगारी उठी और देखते ही देखते धुआं तेजी से निकलने लगा।
पीछे से आ रहे दूसरे वाहन स्वामी ने बस चालक को इसकी सूचना दी, उस समय सभी 68 यात्री सो रहे थे, उनमें डेढ़ दर्जन से अधिक छोटे बच्चे शामिल थे। धुएं से चीख-पुकार मच गई।
यात्रियों ने बताया, बिहार से काम के लिए दिल्ली जा रहे थे, ट्रैवल एजेंसी से बस को बुक किया था। हर यात्री से बिहार से दिल्ली का 900 रुपये किराया लिया गया था, यात्रियों ने कहा उन्हें नहीं मालूम था कि यह बस पुरानी व खटारा है।
कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। निजी बस मीरजापुर जिले में पंजीकृत है और उसकी हालत बहुत खराब थी।
यात्रियों ने कहा, शहीद पथ के ऊपर घटना होने के बाद रात भर भूखे-प्यासे सड़क पर फंसे रहे, कोई मदद नहीं मिली, रात से लेकर दिन के एक बजे तक लगभग 11 घंटे तक सड़क पर परेशान घूमते रहे, फिर उसी बस को किसी तरह चालक द्वारा ठीक कराया गया तब दिल्ली के लिए रवाना हुए।
परिवहन विभाग के अधिकारियों ने कोई ध्यान नहीं दिया। मजबूरी में वह लोग उसी बस से गए क्योंकि बस चालक किराया वापस नहीं कर रहा था।
आरटीओ प्रवर्तन प्रभात पांडेय ने बताया, उन्हें इस संबंध में सूचना नहीं मिली। इंस्पेक्टर पीजीआइ धीरेंद्र सिंह ने बताया, शहीद पथ के ऊपर बस अचानक खराब हो गई थी, करीब छह घंटे तक वहीं खड़ी रही।
इस बीच जाम की स्थिति भी बनी। रविवार सुबह आठ बजे क्रेन की मदद से बस शहीद पथ से हटाई जा सकी। बस चालक ने जैसे-तैसे मैकेनिक बुलाकर बस को बनवाया और फिर सवारी लेकर चला गया।
परिवहन विभाग ने नहीं सीखा सबक
15 मई 2025 को रायबरेली रोड कल्ली पश्चिम किसान पथ पर निजी बस में भीषण आग लग गई थी। उस हादसे में पूरी बस जल गई थी। दिल्ली जा रही उस बस में सवार दो मासूम बच्चे, दो महिलाएं और एक पुरुष की जिंदा जलने से उनकी मौत हो गई थी, जबकि एक दर्जन से अधिक यात्री झुलस गए थे।
इसके अलावा रायबरेली रोड और किसान पथ पर भी हाल के महीनों में कई बस हादसे हो चुके हैं। इसके बावजूद विभाग ने सबक नहीं लिया और डग्गामार बसें खुलेआम सड़कों पर दौड़ रही हैं।
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