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    गोवा हादसे के बाद लखनऊ में शुरू हुई जांच, 124 नाइट क्लबों में से 50% में 'फायर सेफ्टी' फेल

    Updated: Sun, 07 Dec 2025 10:10 PM (IST)

    लखनऊ के नाइट क्लबों में आग से बचाव के इंतजामों की कमी पाई गई है। दमकल विभाग और आबकारी विभाग की संयुक्त टीमों ने निरीक्षण में पाया कि लगभग आधे क्लबों म ...और पढ़ें

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    जागरण संवाददाता, लखनऊ। लखनऊ में 124 नाइट क्लब हैं, जो रात तक गुलजार रहते हैं लेकिन इसमे अधिकांश में आग से निपटने के इंतजाम न होने से मस्ती का माहौल हादसे में बदल सकता है। यह रिपोर्ट भी सरकारी ही है।

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    गोवा के नाइट क्लब में आग लगने से हुए बड़े हादसे के बाद लखनऊ में रविवार को दमकल विभाग जमीन पर उतरा। आबकारी विभाग की संयुक्त टीमों ने राजधानी के विभिन्न क्लबों, बार और रेस्टोरेंट का निरीक्षण किया। जांच में कई चौंकाने वाली कमियां सामने आई।

    करीब पचास प्रतिशत क्लबों में आग से बचाव के उपकरण या तो उपलब्ध नहीं मिले या खराब हालत में पाए गए। कई स्थानों पर फायर एग्जिट तक नहीं थे, और जहां थे भी, वहां सामान रखे होने से उनका उपयोग संभव नहीं था।

    निरीक्षण टीमों ने पाया कि कई क्लबों में साउंडप्रूफिंग के लिए खिड़कियां तक बंद कर दी गई हैं, जिससे आग लगने की स्थिति में धुआं बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं रहता। विशेषज्ञों के अनुसार यह अत्यंत खतरनाक स्थिति है, जो किसी भी दुर्घटना को बड़ा रूप दे सकती है।

    जिला आबकारी अधिकारी और मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने थाना विभूतिखंड स्थित समिट बिल्डिंग और रोहतास प्रेसिडेंशियल के रेस्टोरेंट बार का निरीक्षण किया। यहां अग्नि सुरक्षा प्रमाणपत्र, बार लाइसेंस और अन्य अनिवार्य दस्तावेजों की जांच की गई।

    कई जगह फायर उपकरण क्रियाशील नहीं पाए गए। अधिकारियों ने बार संचालकों को निर्देश दिए कि सभी उपकरणों को दुरुस्त रखें और फायर एग्जिट हमेशा खाली रखें। उधर, हजरतगंज अग्निशमन अधिकारी ने दा चेरी ट्री, फोशो और चरण प्लाज़ा में फायर सिस्टम की जांच की। स्टाफ से उपकरण चलवाए तो उन्हें आते नहीं थे।

    ऐसे में टीम ने मौजूद स्टाफ को मौके पर ही सुरक्षा प्रशिक्षण भी दिया। इस मामले में मुख्य अग्निशमन अधिकारी(सीएफओ) अंकुश मित्तल ने बताया कि निरीक्षण के दौरान पचास प्रतिशत क्लबों में गंभीर कमियां मिली हैं, उन्हें चिह्नित कर नोटिस जारी किए जाएंगे और नियमों का पालन न करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उधर, प्रशासन का कहना है कि राजधानी के सभी बार, क्लब और रेस्टोरेंट में यह अभियान जारी रहेगा ताकि किसी भी संभावित दुर्घटना को रोका जा सके।

    चार से पांच दिन में सभी क्लबों की जांच होगी पूरी

    सीएफओ ने बताया कि रविवार को 35 से ज्यादा क्लबों की जांच की गई है। अलग-अलग फायर स्टेशन से टीम निकली थी। वह खुद भी समिट बिल्डिंग पहुंचे तो उन्हें बहुत खामियां मिली है। ऐसे में चार से पांच दिन तक लगातार चेकिंग अभियान चलाया जाएगा। उसके बाद विस्तृत नोटिस जारी कर उनके साथ-साथ संबंधित विभागों को भी जानकारी दी जाएगी। ताकि लाइसेंस कैंसिल हो सके।

    लुलु मॉल और मिलेनियम पैलेस में आकस्मिक निरीक्षण

    लुलु माल और मिलेनियम पैलेस बिल्डिंग के रेस्टोरेंट बार का भी निरीक्षण किया गया। यहां भी फायर दस्तावेजों और सुरक्षा उपकरणों की जांच की गई। कई स्थानों पर उपकरणों की कमी पाई गई। अधिकारियों ने संचालकों को तत्काल सुधार के निर्देश दिए।