Ayushman Bharat में 9.94 करोड़ का फर्जी ट्रांजेक्शन, ID हैकिंग केस के बाद अस्पतालों के लिए ट्रेनिंग शुरू
लखनऊ में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में धोखाधड़ी रोकने के लिए स्टेट हेल्थ एजेंसी (साचीज) ने अस्पतालों के लिए कार्यशाला आयोजित की। पहली कार्यशाला में भुगतान और सॉफ्टवेयर प्रबंधन के बारे में जानकारी दी गई। साचीज की अर्चना वर्मा ने बताया कि इसका उद्देश्य अस्पतालों को टीएमएस एचईएम और बीआईएस का बेहतर प्रबंधन सिखाना है। हाल ही में धोखाधड़ी में 9.94 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। अधिकारियों की आईडी हैक कर आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में 9.94 करोड़ रुपये के भुगतान की घटना के बाद स्टेट हेल्थ एजेंसी (साचीज) ने योजना से जुड़े सूचीबद्ध अस्पतालों को प्रशिक्षित करने के लिए कार्यशाला का आयोजन शुरू किया है।
सोमवार को पहली कार्यशाला लखनऊ में हुई। जिसमें अस्पतालों को भुगतान तथा अन्य कार्यों से जुड़े साफ्टवेयरों के बारे में विस्तार से बताया गया।
सोमवार को इंदिरा नगर स्थित राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान में आयोजित लखनऊ मंडल के अस्पतालों की कार्यशाला में बेनिफिशियरी आइडेंटिफिकेशन सिस्टम (बीआईएस), ट्रांजैक्शन मैनेजमेंट सिस्टम (टीएमएस) तथा हास्पिटल इम्पैनलमेंट माड्यूल (एचईएम) के बारे में जानकारी दी गई।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी साचीज अर्चना वर्मा के मुताबिक यह कार्यशाला 19 चरणों में होनी है जिसका पहला चरण लखनऊ में आयोजित किया गया। कार्यशाला का मुख्य उदेशय चिकित्सालयों को योजना के तहत संचालित साफ्टवेयर टीएमएस, एचईएम और बीआईएस के बेहतर प्रबंधन की जानकारी देना है। कार्यशाला में योजना से सूचीबद्ध निजी व सरकारी चिकित्सालयों के संचालकों व अधिकारियों को बुलाया जा रहा है।
गौरतलब है कि कुछ दिनों पूर्व साचीज के अधिकारियों व कर्माचारियों की आईडी हैक कर किसी ने 39 अस्पतालों को 9.94 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया था। नोटिस के बाद अस्पतालों ने पैसे वापस कर दिए लेकिन आरोपी के बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं है। इस मामले की जांच पुलिस कर रही है।
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