UP News: वीपीएन बना साइबर अपराधियों का हथियार, पुलिस करेगी नियमों में बदलाव
लखनऊ पुलिस को वीपीएन के इस्तेमाल से साइबर अपराधियों को पकड़ने में परेशानी हो रही है। गुडंबा मामले में ठगों के सरगना ने वीपीएन से लोकेशन बदली थी। पुलिस वीपीएन कंपनियों को पत्र लिखकर नियमों में बदलाव करने का अनुरोध करेगी। जांच में पता चला है कि गिरोह ने चार राज्यों में सबसे ज्यादा पैसा भेजा है और उनसे पूछताछ की जा रही है।

जागरण संवाददाता, लखनऊ। राजधानी में बीते दिनों कई मामलों में साइबर ठग वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क(वीपीएन) की मदद से लोकेशन बदल कर आसानी से फरार हो जाते हैं। पुलिस उनको ट्रेस भी नहीं कर पाती है।
गुडंबा में करोड़ों की ठगी में पकड़े गए 16 लोगों को सरगना ने भी वीपीएन की मदद से लोकेशन बदली थी। ऐसे में वीपीएन के नियम में बदलाव करने के लिए पुलिस संबंधित कंपनी को पत्र लिखेगी। ताकि साइबर अपराध पर लगाम लगाया जा सके।
गुडंबा पुलिस ने जिन साइबर अपराधियों को स्मृति अपार्टमेंट से गिरफ्तार कर जेल भेजा था। उनका सरगना वीपीएन की मदद से लोकेशन बदल कर फरार हो गया था। वीपीएन एक ऐसी तकनीक है, जिसकी मदद से इंटरनेट कनेक्शन को सुरक्षित बनाया जाता है।
यह आपके डिवाइस और इंटरनेट के बीच एक एन्क्रिप्टेड सुरंग बनाता है, जिससे आपका डेटा सुरक्षित रहता है और आपकी आनलाइन गतिविधियों को ट्रैक करना मुश्किल हो जाता है।
इस पर कोई लगाम और नियम न होने के कारण साइबर अपराधी भी इसका इस्तेमाल करते हैं। इस मामले में पुलिस उपायुक्त(डीसीपी) पूर्वी शशांत सिंह ने बताया कि वीपीएन को ट्रेस करना मुश्किल होता है।
ऐसे में संबंधित कंपनी से वीपीएन के नियम में बदलाव करने के साथ ही उसका इस्तेमाल करने वाले की जानकारी मिल सके। इसके लिए वीपीएन को टैकल करने वाली कंपनी को पत्र लिखा जाएगा। ताकि मुख्य आरोपित को पकड़ा जा सके। क्योंकि इस मामले में हवाला जैसे अन्य बिंदुओं पर भी जांच की जा रही है।
चार राज्यों के खातों में भेजी गई रकम
डीसीपी ने बताया कि अबतक की जांच में सामने आया कि गिरोह ने देश के चार राज्यों में सबसे ज्यादा रकम भेजी है। तेलंगाना, महाराष्ट्र, एमपी और उत्तर-प्रदेश के इलाकों में रकम का लेन देन ज्यादा हुआ है। जिनके खातों में रकम भेजी गई है। उन सभी लोगों को नोटिस भेजा गया है। इसके लिए चार लोगों को लगाया है। यह लोग उनसे पूछताछ कर पूरी डिटेल जुटाएगी। उसी के आधार पर आगे अन्य लोगों की गिरफ्तारी की जाएगी।
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