Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    Sodhganga UP: शोध गंगा पोर्टल पर यूपी के विश्वविद्यालयों का दबदबा, ये तीन यूनिवर्सिटी टॉप 10 में

    Updated: Sun, 17 Aug 2025 08:08 PM (IST)

    Sodhganga Portal UP | यूजीसी का शोध गंगा पोर्टल उच्च शिक्षा और शोध को बढ़ावा दे रहा है। इस पोर्टल पर 840 विश्वविद्यालयों की 6 लाख से ज्यादा थीसिस अपलोड हैं। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी कानपुर यूनिवर्सिटी और बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी टॉप 10 में शामिल हैं। यह पोर्टल छात्रों को पुराने शोध कार्यों से मार्गदर्शन प्राप्त करने में मदद करता है।

    Hero Image
    शोध गंगा में यूपी की तीन यूनिवर्सिटी टॉप 10 में।

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। उच्च शिक्षा और शोध कार्यों को डिजिटल, पारदर्शी और सुगम बनाने के उद्देश्य से विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने ‘शोध गंगा’ पोर्टल की शुरुआत की थी। यह पोर्टल अब देशभर के छात्रों और शोधार्थियों के लिए ज्ञान का भंडार साबित हो रहा है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    देश की 840 यूनिवर्सिटी और उच्च शिक्षण संस्थानों की करीब 6,20,345 थीसिस इस पोर्टल पर अपलोड हैं। इनमें टाप 10 में प्रदेश की तीन यूनिवर्सिटी ही शामिल हैं।

    हाल ही में पोर्टल पर जिन 10 विश्वविद्यालयों ने सबसे ज्यादा शोध प्रबंध अपलोड किए हैं, उनमें उत्तर प्रदेश की तीन यूनिवर्सिटी टाप 10 में शामिल हैं। इसमें अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) 10,709 थीसिस के साथ पहले स्थान पर है।

    छत्रपति शाहूजी महाराज यूनिवर्सिटी कानपुर ने 10,279 थीसिस के साथ दूसरा स्थान हासिल किया है, जबकि बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) 9,600 थीसिस के साथ सूची में मजबूती से अपनी जगह बनाए हुए है। प्रदेश की अन्य विश्वविद्यालय भी शोध गंगा में योगदान दे रहे हैं।

    लखनऊ विश्वविद्यालय ने 8,683, चौ. चरण सिंह यूनिवर्सिटी मेरठ ने 3,645, बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी ने 2,335, और पंडित दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय ने 1,161 थीसिस अपलोड की हैं। वहीं बाबा साहब भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी लखनऊ (659), डा. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय लखनऊ (462), और इंटीग्रल यूनिवर्सिटी (718) जैसी संस्थाओं ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है।

    शोध गंगा की सबसे बड़ी उपयोगिता यह है कि छात्र और शोधार्थी यहां से पहले से किए गए शोध कार्यों को आसानी से पढ़ सकते हैं। इससे उन्हें नए विषयों पर शोध के लिए दिशा मिलती है और दोहराव से बचाव होता है।

    डा. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय लखनऊ के कुलपति प्रो. जेपी पांडेय का कहना है कि शोध गंगा पर थीसिस डालने की प्रक्रिया नियमित रूप से चलती है। जो भी नए शोध कार्य हो रहे हैं, उन्हें तुरंत अपलोड किया जाता है। यह पोर्टल छात्रों और शोधार्थियों के लिए बेहद उपयोगी है, क्योंकि वे किसी भी विषय पर उपलब्ध पुराने शोध कार्यों से मार्गदर्शन पा सकते हैं।