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    यूपी के अस्पतालों में मिलेगी चेन्नई जैसी सुविधा! ESIS अस्पतालों और 94 डिस्पेंसरी का होगा कायाकल्प

    Updated: Sat, 26 Jul 2025 10:51 PM (IST)

    उत्तर प्रदेश के 10 ईएसआईएस अस्पतालों और 94 डिस्पेंसरी का एक साल में कायाकल्प होगा। श्रम मंत्री अनिल राजभर ने चेन्नई के ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज का दौरा किया। उन्होंने बताया कि चेन्नई अस्पताल में आधुनिक सुविधाएं हैं और मरीजों को बेहतर सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। उत्तर प्रदेश में भी श्रमिकों को उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए इन सुविधाओं को अपनाया जाएगा।

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    प्रदेश के ईएसआईएस अस्पतालों, 94 डिस्पेंसरी का होगा कायाकल्प।

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। प्रदेश के 10 ईएसआइएस अस्पतालों और 94 डिस्पेंसरी का एक वर्ष में कायाकल्प और उन्नयन किया जाएगा। श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने शनिवार को ये जानकारी दी।

    श्रम मंत्री एक उच्चस्तरीय टीम के साथ चेन्नई के केके नगर स्थित ईएसआइसी मेडिकल कालेज एवं अस्पताल का दौरा करके वापस लौटे हैं। श्रम मंत्री इससे पहले हैदराबाद स्थित ईएसआइसी अस्पताल का भी निरीक्षण कर चुके हैं।

    श्रम मंत्री अनिल राजभर ने बताया कि चेन्नई में मेडिकल कालेज के डीन डा. कालिदास दत्तात्रेय चव्हाण ने विभिन्न विभागों का निरीक्षण कराया। उन्होंने बताया कि चेन्नई ईएसआइसी अस्पताल एक हजार बिस्तरों वाला आधुनिक सुविधा युक्त संस्थान है।

    वहां सभी चिकित्सकों और स्टाफ के पद भरे हुए हैं। रोजाना औसतन चार हजार मरीज ओपीडी में पहुंचते हैं। दवा वितरण और स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से 10 हजार से अधिक मरीजों को सेवा दी जाती है। घर तक दवाइयां पहुंचाने के लिए डाक विभाग से समझौता, नर्सों के वेतन से मरीजों के लिए बनाया गया पुस्तकालय वहां की खासियत है। इसी वर्ष वहां रोबोटिक सर्जरी भी शुरू होने जा रही है।

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    श्रम मंत्री ने अस्पताल के ‘एक छात्र -एक श्रमिक परिवार’ कार्यक्रम की विशेष सराहना की। इस योजना में मेडिकल छात्र एक श्रमिक परिवार को गोद लेकर उनकी नियमित जांच, परामर्श और स्वास्थ्य सुविधा सुनिश्चित करते हैं।

    अस्पताल में 5जी एम्बुलेंस, टेली-परामर्श सेवाएं और योग कक्षाएं भी संचालित की जाती हैं। दौरे के दौरान मंत्री ने कुछ ज़रूरतमंद मरीजों को व्हीलचेयर बांटी। उन्होंने कहा कि हैदराबाद, चेन्नई और फरीदाबाद के ईएसआईसी अस्पतालों की उत्कृष्ट व्यवस्थाओं को उत्तर प्रदेश के ईएसआइएस अस्पतालों में अपनाया जाएगा।

    जिसस राज्य के श्रमिकों को उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवाएं मिल सकें। मंत्री ने कहा कि वो जल्द ही वाराणसी के ईएसआइएस अस्पताल का दोबारा निरीक्षण करेंगे और मेडिकल कॉलेज के लिए जमीन हस्तांतरण की प्रक्रिया में तेज़ी लाएंगे। इस दौरे में उनके साथ प्रमुख सचिव डा. एमके शन्मुगा सुंदरम्, निदेशक ईएसआईएस सौम्या पांडे, विशेष सचिव नीलेश कुमार सिंह और अवर सचिव शिव सूरत भी गए थे।