अब स्मार्टफोन नहीं, उत्तर प्रदेश के 25 लाख मेधावी छात्रों को वितरित किए जाएंगे फ्री टैबलेट
उत्तर प्रदेश सरकार अब मेधावी छात्रों को स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तीकरण योजना के तहत स्मार्टफोन की जगह टैबलेट देगी। टैबलेट शैक्षणिक कार्यों के लिए अधिक उपयोगी माने गए हैं। सरकार ने इस वर्ष के लिए 2000 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। छात्रों को डीजी शक्ति पोर्टल पर पंजीकरण कराना होगा। पहले 25 लाख स्मार्टफोन खरीदने की योजना थी जिसे अब रद्द कर दिया गया है।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तीकरण योजना के तहत अब मेधावी विद्यार्थियों को स्मार्ट फोन की बजाय निश्शुल्क टैबलेट वितरित किए जाएंगे। स्मार्ट फोन की तुलना में शैक्षिक कार्यों में टैबलेट के ज्यादा उपयोगी होने के नाते कैबिनेट ने संबंधित प्रस्ताव को मंजूरी दी है।
एक टैबलेट की कीमत करीब 12,456 रुपये होगी। योजना के तहत राज्य सरकार ने चालू वित्तीय वर्ष के लिए 2,000 करोड़ रुपये का प्रविधान किया है।
प्रयागराज महाकुंभ में पिछली 22 जनवरी को हुई कैबिनेट की बैठक में 25 लाख स्मार्ट फोन खरीदने की मंजूरी दी गई थी। इसके लिए सरकार ने बजट में 2,493 करोड़ रुपये का प्रविधान किया था। छह माह बाद ही सरकार ने अपने फैसले को रद्द कर अब टैबलेट खरीदने का निर्णय लिया है।
औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 19 अगस्त 2021 में स्नातक, स्नात्कोत्तर, डिप्लोमा व अन्य तकनीकी कोर्स करने वाले मेधावी विद्यार्थियों के कौशल व तकनीकी विकास के लिए स्मार्ट फोन व टैबलेट वितरित करने की योजना का शुभारंभ किया था। योजना के तहत एक करोड़ विद्यार्थियों को लाभान्वित करने का लक्ष्य रखा गया है।
उन्होंने बताया कि स्मार्ट फोन का इस्तेमाल करने से विद्यार्थियों की आंखों पर ज्यादा जोर पड़ता है। टैबलेट की स्क्रीन ज्यादा बड़ी होती है। टैबलेट में वल्र्ड एक्सएल, पावर प्वाइंट, गूगल शीट सहित विभिन्न प्रकार के शैक्षणिक एप्लीकेशन बेहतर तरीके से काम करती हैं।
बेहतर प्रोसेसिंग क्षमता आनलाइन शिक्षा, ई-लर्निंग सामग्री, और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए टैबलेट ज्यादा उपयुक्त है। टैबलेट में प्री-लोडेड शैक्षिक सामग्री होगी, जो ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों को इंटरनेट के बिना भी अध्ययन करने में मदद करेगी।
कोविड-19 महामारी के बाद डिजिटल शिक्षा का महत्व बढ़ा है। इसलिए सरकार ने टैबलेट वितरित करने का निर्णय लिया है। योजना के तहत 25 लाख टैबलेट वितरित जाएंगे।
डीजी शक्ति पोर्टल पर कराना होगा पंजीकरण
टैबलेट लेने के लिए संबंधित शिक्षण संस्थानों की संस्तुति के बाद विद्यार्थियों को डीजी शक्ति पोर्टल पर पंजीकरण कराना होगा। इसके बाद संबंधित जिले के अधिकारियों की संस्तुति पर विद्यार्थियों का सत्यापन किया जाता है। सत्यापन के बाद विद्यार्थियों निश्शुल्क टैबलेट दिए जाएंगे।
डिजी शक्ति पोर्टल पर 34.50 लाख से ज्यादा विद्यार्थियों का पंजीकरण किया जा चुका है और 14.43 लाख विद्यार्थियों का सत्यापन भी हो चुका है।
पिछले वित्तीय वर्ष तक 60.05 लाख स्मार्ट फोन व टैबलेट की खरीद की जा चुकी है और 56.21 लाख लाख स्मार्ट फोन व टैबलेट युवाओं को वितरित किए जा चुके हैं। शेष 3.84 लाख टैबलेट व स्मार्टफोन अभी वितरित किए जाने हैं। इन्हें विभिन्न जिलों में रखा गया है।
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