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    Lucknow News: केजीएमयू में नहीं है एंटी स्कैन वैनम वैक्सीन, सर्पदंश के मरीजों को कैसे मिले इलाज

    Updated: Tue, 16 Sep 2025 09:38 AM (IST)

    लखनऊ के केजीएमयू में सर्पदंश के मरीजों को एंटी स्नेक वेनम नहीं मिल पाया। सीतापुर और बहराइच से आए दो मरीजों को वैक्सीन की कमी के कारण बलरामपुर अस्पताल रेफर कर दिया गया। परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है और मुख्यमंत्री से शिकायत करने की बात कही है। उनका कहना है कि राज्य के सबसे बड़े अस्पताल में भी इलाज मिलना मुश्किल हो रहा है।

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    नहीं है एंटी स्कैन वैनम वैक्सीन, सर्पदंश के मरीजों को कैसे मिले इलाज

    जागरण संवाददाता, लखनऊ। किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में सर्पदंश के मरीजों को समुचित इलाज नहीं मिल पा रहा है। सोमवार को अलग-अलग जिले से पहुंच सर्पदंश के दो रोगियों को एंटी स्कैन वैनम नहीं लग पाई। दोनों मरीजों के पर्चे पर लिखकर वापस कर दिया गया कि वैक्सीन नहीं है।

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    सीतापुर निवासी 24 वर्षीय रोहित को परिवारजन सोमवार सुबह सीतापुर जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। डाक्टरों ने प्राथमिक इलाज देकर केजीएमयू रेफर कर दिया। ट्रामा सेंटर पहुंचने के बाद यहां करीब एक घंटे लाइन में लगकर पंजीकरण कराया।

    कैजुल्टी से रोहित को मेडिसिन विभाग में शिफ्ट किया। परिवारजन जब डाक्टर की लिखी पर्ची लेकर वैक्सीन लेने पहुंचे तो बताया गया कि अभी उपलब्ध नहीं है। केजीएमयू प्रदेश का सबसे बड़ा चिकित्सा संस्थान है।

    इसके बावजूद मरीज को एंटी स्नैक वैनम के लिए बलरामपुर अस्पताल रेफर कर दिया गया। परिवारजन रोहित को गंभीर स्थिति में लेकर बलरामपुर अस्पताल की इमरजेंसी पहुंचे। हालांकि, यहां डाक्टरों ने भर्ती कर इलाज शुरू कर दिया है। समय पर वैक्सीन न लगने से मरीज की हालत गंभीर है।

    उधर, बहराइच निवासी बिटाना (25) को भी सोमवार को परिवारजन ट्रामा सेंटर लेकर आए। बिटाना को जिला अस्पताल में एंटी स्कैन वैनम लगा दिया गया, लेकिन उसकी तबीयत में सुधार नहीं हुआ तो परिवारजन ट्रामा सेंटर लेकर आए।

    डाक्टरों ने बिटाना का ठीक से हाल भी नहीं जाना और पर्चे पर एंटी स्कैन वैनम वैक्सीन न होने की बात लिखकर रेफर कर दिया। बिटान को भी बलरामपुर अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती किया गया है। इलाज चल रहा है।

    दोनों मरीजों के परिवारजन ने केजीएमयू की लापरवाही को लेकर डिप्टी सीएम और मुख्यमंत्री से शिकायत करने की बात कही है। परिवारजन का कहना है कि यह स्थिति प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल की है, जहां सामान्य मरीजों को इलाज मिलना टेढ़ी खीर साबित हो रहा है।

    इस मामले की जानकारी नहीं है। मंगलवार को संबंधित विभाग से बात करके ही बता पाऊंगा। यदि वैक्सीन समाप्त होती है तो एक से दो दिन के भीतर मंगा ली जाती है।

    -प्रो. केके सिंह, प्रवक्ता, केजीएमयू