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    PM Surya Ghar Yojana से यूपी के किसानों को जबरदस्त फायदा, 11,431 हेक्टेयर जमीन बची- 278 करोड़ कमाए

    Updated: Thu, 18 Sep 2025 06:15 AM (IST)

    यूपी में पीएम सूर्य घर योजना के तहत रूफटॉप सोलर पैनल लगवाने की होड़ लगी है। इससे 789.85 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है और लगभग 1580 हेक्टेयर जमीन की बचत हुई है। यदि इस जमीन पर खेती होती तो किसानों को लगभग 278 करोड़ रुपये की आय होती। यूपीनेडा की रिपोर्ट के अनुसार यह योजना बिजली उत्पादन के साथ-साथ भूमि और आय संरक्षण में भी सहायक है।

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    पीएम सूर्य घर से यूपी के किसानों ने कमाए 278 करोड़।

    अंशू दीक्षित, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पिछले चंद महीनों में पीएम सूर्य घर लगवाने वालों की होड़ सी लग गई है। यूपी के 75 जिलों में फरवरी 2024 से 10 सितंबर 2025 तक 789.85 मेगावाट बिजली का उत्पादन रूफ टाप सोलर (आरटीएस) से हो रहा है। यह पैनल सभी छतों पर लगाए गए हैं।

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    अगर इतनी बिजली का उत्पादन जमीन पर किया जाता तो प्रति एक मेगावाट बिजली उत्पादन के लिए दो हेक्टेयर जमीन की आवश्यकता पड़ती। छतों पर आरटीएस लगने से करीब 1,580 हेक्टेयर जमीन बचाई गई और बिजली उत्पादन अलग से।

    यही नहीं अगर फसल के दृष्टि से देखा जाए तो इतनी जमीन में प्रति वर्ष गेंहू का 50,550 क्विंटल व धान का 71,087 क्विंटल उत्पादन हो रहा है और किसान 278 करोड़ रुपये हर वर्ष कमा रहे हैं और लोगों को सुलभता से अनाज भी उपलब्ध हो रहा है।

    उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास (यूपीनेडा) ने रूफटाप सोलर से भूमि व आय संरक्षण पर विस्तृत रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट के बारे में यूपीनेडा के सलाहकार उपकारी नाथ बताते हैं कि सरकारी आंकड़ों के मुताबिक प्रति हेक्टेयर 32 क्विंटल गेहूं का उत्पादन होता है और धान करीब 45 क्विंटल प्रति हेक्टेयर पैदा होता है।

    इस 1580 हेक्टेयर जमीन पर गेहूं व धान का उत्पादन किया गया तो गेहूं का उत्पादन 50,550 क्विंटल और धान 71,087 क्विंटल का उत्पादन हुआ। न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) गेहूं का 2,275 रुपये प्रति क्विंटल है वहीं धान का सरकारी रेट 2,300 रुपये प्रति क्विंटल है।

    इस राशि को अगर उत्पादन हुई फसल से गुणा करेंगे तो गेहूं 115 करोड़ रुपये और धान 163.5 करोड़ रुपये का होगा, जो कुल 278 करोड़ रुपये से थोड़ा अधिक हुआ।

    भारत में अभी तक 11,431 हेक्टेयर जमीन बची

    भारत के कई राज्यों में अगर देखा जाए तो 5,715.7 मेगावाट बिजली आरटीएस से बन रही है। इस प्रयास से 11,431.4 हेक्टेयर जमीन बची। अगर इतने बड़े क्षेत्रफल में सिर्फ गेहूं व धान का उत्पादन किया जाता तो करीब 2,015 करोड़ रुपये की फसल हाेती। पीएम सूर्य घर योजना से न सिर्फ बिजली बन रही है, लोगों को सब्सिडी मिलने के साथ ही पर्यावरण में लोग मददगार भी हो रहे हैं।

    यूपी में पीएम सूर्य घर के जरिए अब तक 1580 हेक्टेयर जमीन को बचाया गया है। इस प्रयास से लोगों की जमीन भी बची और हर वर्ष फसल से 278 करोड़ रुपये प्रदेश में किसान कमा रहे हैं। यह ग्राफ हर माह बढ़ता जा रहा है। क्योंकि लोगों के समझ में आ गया है कि पीएम सूर्य घर फायदेमंद है।

    इंद्रजीत सिंह, निदेशक, यूपीनेडा